नई दिल्ली। भारत में लगातार आतंकी वारदातों को अंजाम देने वाले पाकिस्तान ने अब शांति की पेशकश की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इमरान खान को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी गई थी। भारत के बधाई संदेश के जवाब में इमरान खान ने 14 सितंबर को पीएम को लिखे पत्र में दोनों देशों के बीच शांति वार्ता शुरू करने की बता कही है। पाक पीएम ने कहा कि न्यूयाॅर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की आमसभा के दौरान ही दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच बात शुरू होनी चाहिए। हालांकि भारत की ओर से अभी तक ‘आतंक और वार्ता साथ-साथ नहीं’ के सिद्धांत पर अडिग है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू कश्मीर में लगातार घुसपैठ और आतंकी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। हाल ही में रामगढ़ सेक्टर में गश्त कर रहे बीएसएफ जवान लापता हो गया था और बाद में गोलियों से छलनी उसका पार्थिव शरीर मिला था। ऐसे में भारत ने पाकिस्तान के डीजीएमओ को फायरिंग रोकने की चेतावनी दी है। लगातार आतंकी वारदातों को अंजाम देने की वजह से भारत पहले ही कह चुका है कि आतंक और शांति वार्ता एक साथ नहीं की जा सकती है।
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यहां बता दें कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के द्वारा की गई पहल पर भारत की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। पाक पीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बधाई संदेश के जवाब में लिखे पत्र में दोनों देशों के विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और शाह महमूद कुरैशी के बीच वार्ता शुरू कराने की बात कही है। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि न्यूयाॅर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा के दौरान ही वार्ता शुरू की जाए। अब देखना यह होगा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की इस पहल का भारत किस तरह से जवाब देता है।