इस्लामाबाद । पाकिस्तान की इमरान खान सरकार और खुद पीएम पर मंडरा रहे संकट के बादल छटने का नाम नहीं ले रहे हैं । असल में पाकिस्तान के विपक्षी दल जमीयत उलेमाए इस्लाम-एफ (JUI-F) ने इस्लामाबाद में धरना समाप्त करते हुए अब इमरान सरकार के लिए अपने प्लान बी पर काम करना शुरू कर दिया है । JUI-F ने प्लान 'बी' के तहत अब इस्लामाबाद ही नहीं बल्कि पूरे पाकिस्तान में अपने आंदोलन को बढ़ाने का फैसला लिया है । अपनी इस रणनीति के तहत JUI-F से जुड़े लोगों ने देशभर में कई हाईवे को जाम किया । खास बात यह रही कि इस दौरान इन लोगों ने बलोचिस्तान का रणनीतिक रूप से जरूरी क्वेट-चमन राजमार्ग भी शामिल रहा ।
विदित हो कि मौलाना फजल उर-रहमान ने अपने समर्थकों और उनके साथ आए प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अपना धरना खत्म करने का ऐलान किया । उन्होंने कहा कि हमारे इस विरोध का मूल उद्देश्य वर्तमान शासकों के देश से छुटकारा पाना है । हम इस मकसद से एक इंच भी डिगने को तैयार नहीं हैं । हमारा आंदोलन जारी रहेगा । आपको सरकार पर दबाव बढ़ाना होगा, और उन्हें इस्तीफा देने और देश में आम चुनाव कराने के लिए मजबूर करना होगा। हम इससे कम कुछ भी नहीं मानेंगे।
मौलाना ने कहा, हम यहां से जाएंगे और उन साथियों के साथ जा मिलेंगे जो अन्य जगहों पर सड़कें ब्लॉक कर रहे हैं । प्लान बी के तहत सूबों में हमारे साथी सड़कों पर निकल आए हैं । हम गिरती दीवार को एक धक्का और देंगे।
वह बोले - मैं पाकिस्तान के कराची से गिलगित बाल्टिस्तान, थारपारकर से चित्राल, ग्वादर से लेकर काशगर तक अपील करता हूं, जहां भी मेरी आवाज सुनी जा रही है उनसे भी कहता हूं कि दूरदराज के क्षेत्रों से सभी पाकिस्तानियों अगर आप शामिल नहीं हो सकते हैं, तो अपने स्वयं के क्षेत्रों में सड़कों पर आने से परहेज न करें । सड़कों पर उतरें और अपना विरोध दर्ज करें।
भले ही उन्होंने अपना धरना खत्म करने को कहा लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि अब यह धरना-प्रदर्शन पूरे देश में होगा । सरकार चाहती थी कि हम यहां से उठें और उसे सुकून मिले, लेकिन अब तो उसके लिए और भी मुसीबत है क्योंकि अब हम गली-गली फैलेंगे ।