अयोध्या । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश के 135 करोड़ भारतवासियों के उस सपने को पूरा कर दिया , जिसका इंतजार पिछले कुछ दशकों में बहुत ज्यादा बढ़ गया था । पीएम मोदी ने श्रीराम मंदिर का भूमि पूजन करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण की राह खोल दी है । इस अवसर पर पीएम मोदी ने संतो , साधुओँ और देशवासियों को संबोधित करते हुए सबसे पहले -सियावर राम चंद्र की जय , जय सिया राम , का उद्घोष किया । वह बोले - यह जयघोष , सिर्फ सिया राम की नगरी में ही नहीं सुनाई दे रहा है बल्कि इसकी गूंज पूरे विश्वभर में है , सभी देशवासियों को विश्वभर में फैले करोड़ों भारत भक्तों को राम भक्तों को आज के इस पवित्र अवसर पर कोटि कोटि बधाई ।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा - मंच पर विराजमान यशश्वी सीएम योगी आदित्यनाथ , राज्यपाल बहन आनंदी बेन पटेल , संघ प्रमुख मोहन भागवत , सभी संत महात्मा , और देशवासियों यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने का अवसर दिया । मैं इसके लिए ट्रस्ट का आभार प्रकट करता हूं । आना स्वाभाविक भी था , क्योंकि भारत आज भगवान भास्कर के सानिध्य में , सरयू के किनारे एक स्वणिम पल गुजर रहा है , जगन्नाथ से केदार तक बौद्धगया से सारनाथ तक , अमृतसर से हेमकुंड साहब तक पूरा देश राम मय है , हर मन दीपमय है । आज पूरा भारत भावुक है । सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है । करोड़ों लोगों को आज यह विश्वास ही नहीं हो रहा होगा कि वह अपने जीते जी यह देख पा रहे हैं । बसरों से टाट और टैंट के नीचे रहे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर का निर्माण होगा ।
इस दौरान उन्होंने कहा - टूटना और फिर उट खड़ा होना , सदियों से चल रहे इस गतिक्रम से आज रामजन्मभूमि मुक्त हो गई है । मेरे साथ एक बार फिर से बोलिये , जय सिया राम । पीएम मोदी बोले - राम हमारे मन में है , घुल मिल गए हैं , कोई काम करना हो तो प्रेरणा के लिए हम भगवान राम की ओर देखते हैं । आप भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिये , इमारतें नष्ट हो गई , क्या कुछ नहीं हुआ , अस्तित्व मिटाने का बहुत प्रयास हुआ , लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं। हमारी संसकृति के आधार में है , हमारी संस्कृति की मर्यादा में , वह मर्यादापुरुषोत्तम राम हैं ।
साथियों हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के समय कई पीढ़ियों ने अपना सबकुछ समर्पित कर दिया था , गुलामी के कालखं़ में कोई ऐसा समय नहीं था जब आजादी के लिए आंदोलन न चला हो । देश का कोई भूभाग ऐसा नहीं था जब आजादी के लिए बलिदान न दिया गया हो , 15 अगस्त का दिन , लाखों बलिदानों का प्रतिक है । स्वतंत्रता की उस भावना का प्रतीक है , ठीक उसी तरह राम मंदिर के लिए कई कई सदियों तक कई लोगों ने अखंड , अविरल प्रयास किया है ,आज का यह दिन उसी तप त्याग और संकल्प का प्रतीक है ।
राम मंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था तर्पण भी था । आज जिन लोगों की तपस्या से यह दिन स्वीकार हो रहा है , मैं उन सब लोगों को 130 करोड़ देशवासियों की ओर से सिर झुका कर नमन करता हूं , उनका बंदन करता हूं । आंदोलन से जुड़ा हर शख्स जो जहां है , इस आयोजन को देख रहा है , वह भावविभोर है , सभी को आशिर्वाद दे रहा है ।
पीएम मोदी ने कहा कि आज श्री राम के इस मंदिर के लिए भूमि पूजन हुआ है, इससे पहले मैंने हनुमान गढ़ी में पूजा की , क्योंकि राम के सारे काम हनुमानजी ही तो करते हैं । साथियों श्रीराम का मंदिर हमारी संस्कृति का प्रतीक बनेगा । हमारी शास्वत आस्था का प्रतीक बनेगा , राष्ट्रीय भावना का प्रतीक बनेगा , यह मंदिर करोड़ों करोड़ों लोगों का सामुहिक संकल्प शक्ति का प्रतीक बनेगा ।
यह मंदिर आने वाली पीढ़ियों के लिए आस्था , संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा । इस मंदिर के बनने के बाद न केवल अयोध्या की भव्यता बढ़ेगी , बल्कि इस पूरे क्षेत्र का अर्थतंत्र ही बदल जाएगा , यहां हर क्षेत्र में नए अवसर बनेगे , बढ़ेंगे । सोचिए पूरी दुनिया से लोग यहां आएंगे । प्रभु राम और माता जानकी के दर्शन करने आएंगे , कितना कुछ बदल जाएगा यहां । इस मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया एक महोत्सव है । इस मंदिर के निर्माण के साथ नया इतिहास ही नहीं बन रहा बल्कि इतिहास दोहराया भी जा रहा है ।