नई दिल्ली । गांधी परिवार के राजनीतिक इतिहास में पहली बार किसी शख्स ने राम मंदिर को लेकर सकारात्मक बयान जारी किया है । कांग्रेस महासचिव और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को अयोध्या में पीएम मोदी की उपस्थिति में राम मंदिर के भूमिपूजन से पहले एक बयान देकर सबको चौंका दिया है । प्रियंका ने ट्वीट कर अपना बयान जारी किया, उन्होंने कहा कि भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने। युग-युगांतर से भगवान राम का चरित्र भारतीय भूभाग में मानवता को जोड़ने का सूत्र रहा है। भगवान राम आश्रय हैं और त्याग भी। राम सबरी के हैं, सुग्रीव के भी। राम वाल्मीकि के हैं और भास के भी। राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। राम सबके हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं। इसलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। वहीं एमपी से कांग्रेस के नेता कमलनाथ ने भगवा धारण करने के साथ ही दोपहर में एक बयान जारी करते हुए कहा - हम राममंदिर भूमिपूजन के लिए 11 चांदी की ईंटे अयोध्या भेजेंगे ।
बता दें कि कांग्रेस महासचिव ने अपना यह बयान ऐसे समय में जारी किया है , जब राममंदिर को लेकर बयानबाजी जारी है । संतों द्वारा राम मंदिर के भूमिपूजन पर जुटने के दौरान पूर्व में राममंदिर को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करने के बीच प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह चौंकाने वाला बयान जारी किया । उन्होंने अपने बयान में कहा - दुनिया और भारतीय उपमहाद्वीप की संस्कृति में रामायण की गहरी और अमिट छाप हैं। भारतीय मनीषा रामायण के प्रसंगों से धर्म, नीति, कर्तव्यपरायणता, त्याग, उदारता, प्रेम, पराक्रम और सेवा की प्रेरणा पाती रही है।
असल में ,एक तरफ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भूमि पूजन का समर्थन किया, साथ ही स्वागत भी किया। उन्होंने लोगों को भूमि पूजन की बधाई भी दी। वहीं दूसरी ओर दिग्विजय सिंह की ओर से भूमि पूजन के वक्त पर सवाल खड़े किए गए थे, उन्होंने कहा था कि अभी शुभ मुहूर्त नहीं है ऐसे में इसे कुछ वक्त के लिए टाल देना चाहिए।