नई दिल्ली । ऐसे समय में जब भारत को अपने पड़ोसी देशों से सीमा विवाद को लेकर चुनौती मिल रही हो, भारत के लिए एक अच्छी खबर यह है कि भारतीय वायुसेना के पायलट फ्रांस से 5 लड़ाकू विमानों को भारत लाने के लिए उड़ान भर चुके हैं। फ्रांस रक्षा सौदे के तहत इन लड़ाकू विमानों को भारत को सौंप रहा है , जो अपने इस दौर में 28 जुलाई को पहले संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई के अल डाफरा एयरबेस पर उतरेंगे । इसके बाद 29 जुलाई की सुबह अंबाला बेस पहुंचेंगे ।
बता दें कि फ्रांस के साथ मोदी सरकार में परवान चढ़े रक्षा सौदे के तहत फ्रांस ने भारत को 36 राफेल विमान देगा । इस कड़ी में 5 राफेल विमानों को हरी झंडी दिखाते हुए फ्रांस स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि नए राफेल विमान भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता में बढ़ोतरी करेंगे । इसका लाभ भारत को रणनीतिक तौर पर होगा । भारतीय बेड़े में शामिल होने के लिए आज फ्रांस से पांच राफेल विमान रवाना हो गए हैं ।
विदित हो कि फ्रांस से भारत तक उड़ान भरने की इस यात्रा में 28 जुलाई को ये विमान यूएई के अल डाफरा एयरबेस पर उतरेंगे , जहां इनमें तेल भरा जाएगा । असल में इस एयरबेस की जिम्मेदारी फ्रांस एयरफोर्स के पास है । यहां से फ्यूल भरवाने के बादपांचों राफेल विमान 29 जुलाई की सुबह भारत के अंबाला एयरबेस में तैनात किया जाएगा । अंबाला एयरबेस पहुंचने के बाद ही राफेल विमानों को मिसाइल से लैस किया जाएगा । इसमें स्कैल्प, मेटेओर और हैमर मिसाइल शामिल है । मिली जानकारी के अनुसार , इन राफेल में से पहला स्क्वाड्रन अंबाला में स्थित होगा, जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में होगा ।