नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक आॅफ इंडिया को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर लंदन भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार भाजपा और प्रधानमंत्री पर हमला बोल रहे हैं। शुक्रवार को एक बार फिर से सीबीआई के बहाने उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि सीधे पीएम को रिपोर्ट करने वाली सीबीआई उनके आदेश के बिना लुकआउट नोटिस को नहीं बदल सकती है। बता दें कि गुरुवार को भी राहुल गांधी ने वित्त मंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की थी।
गौरतलब है कि गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पीएल पुनिया को सबूत के तौर पर पेश करते हुए कहा कि इन्होंने खुद अपनी आंखों से संसद भवन में दोनों को बातें करते हुए देखा था। पीएल पुनिया ने तो 1 मार्च 2016 का सीसीटीवी फुटेज निकालकर देखने की भी चुनौती दी। राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग भी कर डाली। हालांकि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भगोड़े विजय माल्या से किसी भी तरह की मुलाकात से इंकार किया है।
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यहां आपको बता दें कि बुधवार को विजय माल्या ने लंदन की कोर्ट के बाहर यह कहा था कि लंदन आने से पहले उसने वित्त मंत्री से मुलाकात की थी। माल्या के इस बयान के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया और दोनों ही पार्टियां एक दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगा दी। राहुल गांधी का कहना है कि अरुण जेटली की मिलीभगत से ही माल्या देश से भाग पाया।गौर करने वाली बात है कि शुक्रवार को राहुल गांधी ने कहा कि सीबीआई सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करती है। ऐसे में बिना उनके आदेश के डिटेन नोटिस को इन्फॉर्म नोटिस में कैसे बदला जा सकता है।