नई दिल्ली । लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार से आहत पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा अपने पद से इस्तीफे की पेशकश को भले ही कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने खारिज कर दिया हो , लेकिन राहुल गांधी अपनी जिद पर अड़े हुए हैं। खबरें है कि वह अपने फैसले पर अड़िग हैं और किसी की सुनने को तैयार नहीं है । कुछ कुछ नवनिर्वाचित सांसदों ने जब उन्हें फोन कर मिलने का समय मांगा लेकिन उन्होंने मिलने से ही मना कर दिया है । इतना ही नहीं उन्होंने अपने सभी कार्यक्रम और पूर्व निर्धारित बैठकों को भी रद्द कर दिया है। अब ऐसे में पार्टी के कुछ नेताओं का दबी जुबान में कहना है कि वह शायद एकदम से पद नहीं छोड़ेंगे, वह नए पार्टी अध्यक्ष पद पर किसी अन्य के आसीन होने तक पद पर बने रहेंगे ।
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इस्तीफे की पेशकश के बाद पहला ट्वीट
बता दें कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में करारी हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है । हालांकि शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सदस्यों ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया । बैठक में शामिल होने के बाद राहुल गांधी बिना मीडिया से बात किए चले गए थे । इस सब के बाद सोमवार सुबह उन्होंने ट्वीट किया । उन्होंने अपने ट्वीट में पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी । ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, 'कई लोकतांत्रिक देशों ने भारत के समय ही आजादी पाई लेकिन जल्द ही तानाशाही में तब्दील हो गए. हम नेहरु जी की पुण्य तिथि पर मजबूत, स्वतंत्र, आधुनिक संस्थाएं बनाने में उनके योगदान को याद करते हैं जिनसे भारत में पिछले 70 वर्षों से लोकतंत्र के बने रहने में मदद मिली।'
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सोनिया-प्रियंका आए साथ
हालांकि इससे पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में राहुल गांधी द्वारा अपने इस्तीफे की जिद पर अड़े रहने की खबरों के बाद अब कुछ कांग्रेसी नेताओं का कहना है - भले ही वर्किंग कमेटी ने उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया हो, लेकिन वह अभी इस्तीफे की जिद पर अड़े हैं। सूत्रों का कहना है कि शुरुआत में प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी राहुल के इस फैसले के खिलाफ थे , लेकिन अब वो भी उनके फैसले में साथ बताए जा रहे हैं।
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नहीं मिले नवनिर्वाचित सांसदों से
इससे इतर, खबरें हैं कि राहुल गांधी किसी से भी नहीं मिल रहे हैं । लोकसभा चुनावों के बाद कुछ नए चुनकर आए सांसदों ने उन्हें फोन कर मिलने का समय मांगा था , लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया। इतना ही नहीं उनका कुछ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत कुछ लोगों से मिलना था और कुछ बैठकों में जाना था लेकिन अभी इन सभी कार्यक्रमों और बैठकों को रद्द कर दिया गया है।