नई दिल्ली । भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच रूस के विदेश मंत्री ने एक बड़ा बयान जारी किया है । असल में रूस के विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है । अभी हाल में भारत को सुरक्षा परिषद में 2 साल की सदस्यता मिली है। लेकिन रूस के विदेश मंत्री सर्गे लावरोव द्वारा स्थायी सदस्या का समर्थन करने से चीन को बड़ा झटका लगा है । ऐसे समय में जब भारत सरकार चीन को घेरने के लिए अपनी कूटनीतिक चालों को भी चल रहा है , उसमें रूसी विदेश मंत्री के इस बयान ने भारत की वैश्विक स्तर पर बढ़ती धाक को बल दिया है ।
विदित हो कि भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस समय रूस के दो दिवसीय दौरे पर हैं । वहीं इस समय भारतीय विदेश मंत्री और विदेश सचिव स्तर की वार्ता रूस के समकक्षों के साथ जारी है । इसमें चीन के साथ सीमा विवाद के साथ ही कई मुद्दों पर चर्चाएं हो रही हैं। इस सबके बीच रूसी विदेश मंत्री सर्गे लावरोव ने एक कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थाई सीट की वकालत की है । रूसी विदेश मंत्री ने यहां भारत को दुनिया की बड़ी आर्थिक, राजनीतिक शक्तियों में से एक बताया जिसका दुनिया में एक अहम योगदान है। दिल्ली में जारी इस कार्यक्रम में दुनिया के कई बड़े नेता और राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे हैं ।
रूस के विदेश मंत्री सर्गे लावरोव ने इस कार्यक्रम में कहा, ‘..सिर्फ जी-7 जैसे ग्रुप सबकुछ तय नहीं कर सकते है, जी-20 का रोल भी अहम होना चाहिए । भारत और ब्राजील का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में होना काफी जरूरी है । विकासशील देशों को सही स्थान दिया जाना चाहिए ।
रूसी नेता ने यहां कहा कि दुनिया में अब नए राजनीतिक, आर्थिक पावर तैयार हो रहे हैं जिनमें से एक भारत भी है । उन्होंने इस दौरान अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया की ओर से भारतीय पैसेफिक में जारी की गई नई रणनीति पर चिंता जाहिर की । विदेश मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने इस रणनीति के बारे में पूछा था, तो कोई जवाब नहीं दिया गया. ये एशिया वालों की नीति नहीं है, ये सिर्फ बांटने का काम करती है ।
हालांकि इस दौरान रूस ने साफ कर दिया है कि चीन और भारत के बीच जारी गतिरोध में दोनों देशों को किसी तीसरे की मदद की जरूरत नहींं है । रूस के विदेश मंत्री का यह बयान कहीं न कहीं अमेरिका द्वारा दोनों देशों के बीच मध्यस्थता को लेकर किए जा रहे प्रयासों के मद्देनजर भी दिया गया है ।