मुंबई । विजयदशमी पर शस्त्र पूजा के तहत फ्रांस में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह द्वारा फाइटर प्लेन राफेल की पूजा करने का मुद्दा सियासी होने के साथ ही बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है । जहां विपक्षी दलों ने इस मामले में केंद्र की मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है , वहीं सरकार समेत सेना के पूर्व अफसरों ने विजयदशमी पर शस्त्र पूजा को एक पुरानी प्रक्रिया करार दिया है । इस सब के बीच जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता अपने अपने बयानों को लेकर भिड़े हुए हैं , वहीं कांग्रेस के नेता इस मुद्दे पर आपस में भिड़ गए हैं । असल में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय निरुपम ने अपनी पार्टी के दिग्गज मल्लिकार्जुन खड़गे को इस मुद्दे पर आड़े हाथों ले लिया । राफेल विमान को शस्त्र पूजा में शामिल किए जाने को लेकर बयान देने पर संजय निरूपम ने कहा कि शस्त्र पूजा कोई अंधविश्वास नहीं है । खड़गे खुद नास्तिक हैं , इसलिए उन्हें यह सब तमाशा लग रहा है । लेकिन यह हमारी परंपरा का प्रतीक रहा है । देश में हर आदमी नास्तिक नहीं , मात्र 1 प्रतिशत लोगों की राय को कांग्रेस की राय नहीं होना चाहिए।
बता दें कि दशहरा पर राफेल विमान लेने के लिए खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस गए और वहां जाकर शस्त्र पूजा की । इस पर छिड़ी बहस के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा - हमारी पार्टी ने इतना दिखावा नहीं किया था जब कांग्रेस सरकार बोफोर्स गन जैसा हथियार लेकर आई थी । लेकिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को करीब 30 मिनट कर राफेल में उड़ान भरने से पहले उसकी शस्त्र पूजा की । उन्होंने राफेल पर 'ऊं' लिखा और रक्षा सूत्र भी विमान पर बांधा ।
हालांकि संजय निरुपम ने उनके इस बयान का विरोध किया और खुद खगड़े को नास्तिक करार देते हुए उनकी राय को कांग्रेस की राय न होना बताया । संजय निरूपम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं । पार्टी ने चुनावों में संजय को साइड लगा दिया है , जिससे आहत होकर उन्होंने पार्टी के लिए चुनाव प्रचार न करने का भी ऐलान कर दिया । यहां तक कि उन्होंने चुनावों को लेकर आयोजित कांग्रेस पार्टी की बैठक का भी जिक्र करते हुए खड़गे पर निशाना साधा था । उन्होंने कहा था, 'महान नेता खड़गे ने रविवार को चुनाव की रणनीति बनाने के लिए मीटिंग बुलाई जो 15 मिनट में खत्म हो गई। बैठक में किसी को बोलने नहीं दिया गया। मीटिंग में वो खुद बोले और मेरा मजाक उड़ाकर चले गए ।