नई दिल्ली । नागरिकता संशोधन विधेयक के लोकसभा में पास होने के बाद अब से थोड़ी देर में इस बिल को राज्यसभा में बहस के लिए रखा जाएगा । इस बिल को लोकसभा में समर्थन देने वाली शिवसेना अब राज्यसभा में समर्थन को लेकर हर पल नया बयान दे रही है । मंगलवार को इस बिल के विरोध की बात कहने वाली शिवसेना ने कहा था कि उन्होंने सरकार से कुछ सवाल पूछे हैं अगर उनका जवाब मिल जाता है तो समर्थन है , नहीं मिलता है तो समर्थन नहीं करेंगे । वहीं बुधवार को उनके सुर बदले नजर आए , उन्होंने कहा कि अभी तक हमने राज्यसभा में इस बिल को लेकर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है । हम सरकार के रुख पर नजर रखे हुए हैं ।
शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने बुधवार सुबह मीडिया से बातचीत करते हुए कहा- नागरिकता संशोधन विधेयक पर शिवसेना को राज्यसभा में क्या करना है, इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है । हम राज्यसभा में चर्चा के दौरान देखेंगे कि किस तरीके के मुद्दे सामने आ रहे हैं और उसी के आधार पर निर्णय लिया जाएगा कि क्या करना है।
बता दें कि लोकसभा में शिवसेना अपना समर्थन इस बिल को दे चुकी है, लेकिन जब राज्यसभा में समर्थन पर पूछा गया तो संजय राउत बोले - लोकसभा में आंकड़ा कुछ और था लेकिन राज्यसभा में आंकड़ा कुछ और है । भले ही हमने वहां समर्थन कर दिया हो लेकिन राज्यसभा में समर्थन पर अभी हमने कोई फैसला नहीं लिया है ।
असल में महाराष्ट्र में कांग्रेस- एनसीपी के साथ गठबंधन सरकार बनाने के बाद से शिवसेना भी बच बचकर बयान दे रही है । जहां एक ओर एनसीपी और कांग्रेस सदन में इस बिल का विरोध कर रहे हैं , वहीं शिवसेना ने लोकसभा में इस बिल का समर्थन किया है । अब राज्यसभा में समर्थन देकर मोदी सरकार की राह आसान करने से पहले शिवसेना चाहती है कि वह अपने ऊपर कोई सवाल न आने दे । वह इस विधेयक को लेकर अपने सभी संशय पर सरकार से जवाब चाहती है ।