नई दिल्ली । देश में ऐसे समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब कच्चे तेल की कीमतें बहुत निचले स्तर पर हैं, पिछले 21 दिनों में तेल की कीमतों में 9 रुपये के करीब वृद्धि हुई है । इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के साथ मिलकर विपक्ष केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है । एक बार फिर सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई वृद्धि पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर मोदी सरकार ने 18 लाख करोड़ रुपये अतिरिक्त वसूले हैं । ऐसे में सोनिया गांधी की मोदी सरकार से अपील करते हुए कहा कि वे पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतें फौरन वापस लें । वहीं सरकार पर लगे इन आरोपों का बचाव करने खुद पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान आए । उन्होंने कहा - अप्रैल-मई में पेट्रोल की मांग 70-80% घट गई,जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा ।
मोदी सरकार पर हमला करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी का कहर और दूसरी तरफ महंगे पेट्रोल-डीजल की मार ने देशवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है । आज देश की राजधानी दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें 80 रुपये प्रति लीटर को भी पार कर गई हैं । लॉकडाउन के बाद मोदी सरकार ने 22 बार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाई हैं ।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा - पेट्रोल-डीजल के दाम ऐसे समय में बढ़ रहे हैं , जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बहुत गिर गए हैं। 2014 के बाद मोदी सरकार ने जनता को कच्चे तेल की गिरती कीमतों का फायदा देने की बजाए पेट्रोल-डीजल पर 12 बार एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, जिसे सरकार ने 18 लाख करोड़ की अतिरिक्त वसूली की ।
यह सरकार की जिम्मेदारी है कि मुश्किल समय में देश वासियों का सहारा बने, उनकी मुसीबत का फायदा उठाकर मुनाफाखोरी ना करें । पेट्रोल-डीजल की अन्यायपूर्ण बढ़ोतरी ने सरकार द्वारा देशवासियों से जबरन वसूली का एक नया उदाहरण पेश किया है । यह ना केवल अन्याय पूर्ण है बल्कि संवेदनहीन भी है ।
उन्होंने मोदी सरकार से मांग की कि इस संकट के समय में पेट्रोल-डीजल की बढ़ाई गई कीमतें फौरन वापस ली जानी चाहिए । एक्साइज ड्यूटी को भी वापस लिया जाए ।
वहीं कांग्रेस के इस हमले पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि अप्रैल-मई में पेट्रोल की मांग 70-80% घट गई,जिसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ा । हमारी सरकार ने पिछले दिनों गरीबों को आर्थिक मदद देते हुए उनके खातों में रकम डाली है ।