नई दिल्ली । भाजपा के फायरबांड्र नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी सरकार के एक फैसले को देशविरोधी करार दे दिया है । असल में मोदी सरकार ने एयर इंडिया को बेचने की तैयारियां शुरू कर दी है। इसको लेकर मोदी सरकार ने सोमवार सुबह इस प्रक्रिया की जानकारी वाला एक मेमोरेंडम जारी कर दिया है । सरकार के इस फैसले के खिलाफ खड़े होते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि यह सौदा पूरी तरह से देशविरोधी है । अगर यह नहीं रुका तो मुझे मोदी सरकार के इस फैसले के विरोध में कोर्ट जाना पड़ेगा । इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अपने परिवार की बेशकीमती चीजों को इस तरह नहीं बेच सकते ।
विदित हो कि घाटे में चल रही एयर इंडिया की हिस्सेदारी बेचने की खबरें लंबे समय से आ रही हैं । एअर इंडिया को बेचने के लिए ग्रुप ऑफ गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता वाले जीओएम की बैठक में अब इस मुद्दे पर कुछ फैसले लिए हैं । सरकार ने अब एअर इंडिया में हिस्सेदारी बेचने के लिए इच्छुक संगठनों और लोगों से बोलियां मंगाई हैं । सरकार ने इस काम के लिए आखिरी तारीख 17 मार्च 2020 तय निर्धारित की है । सरकार ने सब्सिडियरी कंपनी एअर इंडिया एक्सप्रेस और एयरपोर्ट सर्विस कंपनी AISATS को भी बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की है ।
असल में लंबे समय से घाटे में चल रही एयर इंडिया को वर्ष 2018-19 में 8,556.35 करोड़ रुपए का घाटा हुआ । एयरलाइन पर 50,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का कर्ज है । यही कारण है कि सरकार अब इसे बेचना चाहती है। सरकार ने मार्च तक इसकी बिक्री प्रक्रिया को पूरा कर लेने की योजना बनाई है ।
लेकिन मोदी सरकार द्वारा एअर इंडिया की 100% हिस्सेदारी बेचे जाने की योजना पर अब भाजपा के ही फायरब्रांड नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने नाराजगी जताई है । उन्होंने ट्वीट कर कहा कि एअर इंडिया को बेचना पूरी तरह राष्ट्रविरोधी काम है ।