श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के युवा एक बार फिर से आतंक के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं। खबरों के अनुसार कश्मीर के 3 और युवा आतंकी संगठन में शामिल हो गए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार तीनांे ही युवा तहरीक-उल-मुजाहिदीन में शामिल हुए हैं। उनके घरवालों ने इन युवाओं से बंदूक का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है। गौर करने वाली बात है कि राज्य में अभी तक करीब 150 से ज्यादा नौजवान आतंकी संगठनों में शामिल हो चुके हैं।
गौरतलब है कि जिन तीनों युवाओं ने आतंकी रास्ता चुना है वे त्राल, सोपोर और अवंतीपोरा के रहने वाले हैं। इससे पहले भी कई युवा आतंक का रास्ता अपनाया था जिन्हें बाद में सुरक्षाबलों की गोलियों का शिकार होना पड़ा है। अब इन तीनों युवाओं के घरवालों ने उनसे इस रास्ते को छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की है।
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यहां बता दें कि पिछले दिनों अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रिसर्च स्काॅलर रहे मन्नान वानी ने भी आतंक का रास्ता चुना था जिसे बाद में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में मार गिराया। उसकी मौत पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उसके पक्ष में बयान दिया जिसके बाद राजनीति तेज हो गई थी। फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों के मुताबिक, नसीर एवं फैजान 3 अक्टूबर, शौकत 2 अक्टूबर को आतंकी संगठन में सक्रिय हुए हैं। तहरीक उल मुजाहिदीन ने शौकत को दक्षिण कश्मीर में डिवीजनल कमांडर नियुक्त करते हुए उसे खालिद दाऊद सलफी कोड नाम दिया है। वह कश्मीर विश्वविद्यालय से बी फार्मेसी की डिग्री कर चुका है। नसीर तेली को तहरीक उल ने डॉक्टर इसाक खान का कोड नाम देते हुए बारामुला का जिला कमांडर बनाया है। 11वीं पास फैजान का कोड नाम उस्मान सलफी है।