लखनऊ । सूबे के गैंग्स्टर विकास दुबे के गैंग को ढेर करने के बाद अब यूपी पुलिस ने उसके मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है । विकास दुबे का शुक्रवार को कानपुर में अंतिम संस्कार होने के बाद , एक बार फिर से पुलिस सक्रिय नजर आ रही है । इसी कड़ी में पुलिस ने ग्वालियर के रहने वाले ओम प्रकाश पांडे और अनिल पांडे को गिरफ्तार किया गया है । इन दोनों पर कानपुर कांड में शामिल आरोपी शिवम दुबे और शशिकांत पांडे को शरण देने का आरोप है। वह कुछ अन्य लोगों से विकास दुबे की संबंधों को भी खंगाला जा रहा है , ऐसी संभावना है कि कुछ अन्य लोगों के नाम भी जल्द सामने आ सकते हैं।
बता दें कि पुलिस ने कानपुर गोलीकांड के बाद से विकास दुबे को दबोचने के लिए दबिश देना शुरू कर दिया था । इसी क्रम में उन्होंने मध्य प्रदेश , दिल्ली , एनसीआर , समेत नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों और यूपी में कई जगह दबिश दी थी । इस सब के बीच पुलिस की 50 से ज्यादा टीमें विकास दुबे और उसके गैंग की तलाश में लगातार दबिश देती रहीं , लेकिन गैंग्स्टर को उसके कई मददगारों ने शरण दी ।
इसी क्रम में फरीदाबाद से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था , जिन्होंने विकास दुबे को शरण दी थी । वहीं अब पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है , जिन्होंने इस गैंग के लोगों को कानपुर गोलीकांड के बाद शरण या मदद दी थी । इस सबके बीच पुलिस ने ग्वालियर से ओम प्रकाश पांडे और अनिल पांडे को गिरफ्तार किया गया है । इन दोनों पर कानपुर कांड में शामिल आरोपी शिवम दुबे और शशिकांत पांडे को शरण देने का आरोप है। इन दोनों पर यूपी में कई केस दर्ज हैं ।
वहीं पुलिस अपने विभाग में भी उन लोगों को नामों को खंगाल रही है , जिनके बारे में विकास दुबे ने अपने कबूलनामे में जिक्र किया था । विकास ने कहा था कि चौबेपुर के अलावा कई थाने के पुलिसवाले उसके मददगार हैं।
इस सबसे इतर , कानपुर एनकाउंटर में शुक्रवार सुबह मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी की गई थी. तीन डॉक्टरों ने विकास दुबे के शव का पोस्टमॉर्टम किया था । इससे पहले उसका कोरोना टेस्ट भी हुआ था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।