कानपुर । यूपी के हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को आखिरकार पुलिस ने शुक्रवार सुबह कानपुर हाईवे पर एक मुठभेड़ में ढेर कर दिया है । अब भले ही पुलिस इस पूरे एनकाउंटर को लेकर अपनी जो स्टोरी बता रही है , लेकिन उसमें कई खामियां भी नजर आ रही है । इससे इतर , जहां 2 जुलाई को विकास दुबे ने अपने गैंग के साथ पुलिसवालों पर हमला किया था , जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। उस घटना के 7 दिन बाद अब तक यूपी पुलिस ने विकास दुबे गैंग के 6 शातिर बदमाशों को ढेर कर दिया है ।
बता दें कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे को शुक्रवार सुबह मार गिराया गया है । पुलिस के मुताबिक, विकास दुबे पुलिसवालों का हथियार छीनकर भागने की कोशिश कर रहा था । इस दौरान मुठभेड़ हुई और विकास दुबे मारा गया है।
असल में , 2 जुलाई की रात विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर हमला किया था । इस हमले में क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे । इस घटना के बाद विकास दुबे अपने गुर्गों के साथ फरार हो गया था । इसके बाद से ही पुलिस को विकास दुबे और उसके गुर्गों की तलाश थी ।
इसके बाद शुरू हुई पुलिस की कार्रवाई । पुलिस ने विकास दुबे को दबोचने के लिए ऑपरेशन चलाया । इस दौरान पुलिस और विकास दुबे के गुर्गों के बीच मुठभेड़ हुई , जिसमें विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और साथी अतुल दुबे को मार गिराया था । इस मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए ।
इसके बाद उसके दो करीबी गुर्गों को भी पुलिस ने ढेर कर दिया । 8 जुलाई को तड़के हमीरपुर में पुलिस ने विकास दुबे के दाहिने हाथ कहे जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया । इस मुठभेड़ में मौदहा इंस्पेक्टर मनोज शुक्ला व एसटीएफ सिपाही घायल हुए है थे । इस दौरान बदमाशों के पास ऑटोमेटिक हथियार बरामद हुए । वहीं पुलिस ने फरीदाबाद से उसके तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया ।
इसके बाद 9 जुलाई को विकास दुबे के दो साथियों प्रभात मिश्रा और बउआ दुबे को पुलिस ने एक अन्य एनकाउंटर में ढेर कर दिया । फरीदाबाद में गिरफ्तार प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर कानपुर लाया जा रहा था । रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की । इस दौरान मुठभेड़ में प्रभात मिश्रा मारा गया ।
इसी क्रम में इटावा पुलिस ने विकास दुबे के एक और करीबी प्रवीण उर्फ बउआ दुबे को भी ढेर कर दिया । पुलिस की माने तो बउआ ने देर रात महेवा के पास हाईवे पर स्विफ्ट डिजायर कार को लूटा था । उसके साथ तीन और बदमाश थे. पुलिस को लूट की जैसे ही खबर मिली चारों को सिविल लाइन थाने के काचुरा रोड पर घेर लिया, इसके बाद हुए एकाउंटर में पुलिस ने बउआ को ढेर कर दिया ।
इसके बाद 10 जुलाई को एनकाउंटर में विकास दुबे को भी ढेर कर दिया गया ।