लखनऊ । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने बुधवार को एक बड़ा फैसला लेते हुए प्रदेश के 15 जिलों को पूरी तरह से सील कर दिया है । इस जिलों में गाजियाबाद , लखनऊ , मेरठ, गौतमबुद्ध नगर , सहारनपुर , शामली , वाराणसी , बरेली , बुलंदशहर , फिरोजाबाद , महाराजगंज , सीतापुर , बस्ती , आगरा , कानपुर पूरी तरह से 13 अप्रैल तक सील हो गए हैं । यह आदेश बुधवार रात 12 बजे से ही लागू हो जाएगा । योगी सरकार ने यह फैसला उन सर्वाधिक कोरोना संक्रमित जिलों के लिए जारी किया है । इससे इतर , पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को फ्लोर लीडर्स के साथ एक मंथन बैठक कर रहे हैं , जिसमें देश से लॉकडाउन को लेकर चर्चा की जा रही है । इस दौरान लोगों के घरों में आवश्यक सामान की डिलीवरी की जाएगा ।
बता दें कि लॉकडाउन को लेकर जहां एक ओर पीएम मोदी विपक्ष के नेताओं के साथ मंथन बैठक कर रहे हैं , वही योगी सरकार ने इस सब के बीच एक बड़ा फैसला लेते हुए आगामी 13 अप्रैल तक यूपी के 15 जिलों को पूरी तरह सील कर दिया गया है । इन जिलों मे कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं । सरकार ने इस दौरान लोगों को आवश्यक वस्तुएं मुहैया करवाने के लिए एक तंत्र बनाने की भी व्यवस्था की है , जो लोगों को उनके घर तक सामान पहुंचाएगी । उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी ने इस फैसले पर कहा कि पिछले दिनों तबलीगी जमात के लोगों के बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जाने के बाद स्थित खराब हुई है । ऐसे में सख्ती करना जरूरी हो गया है । इस दौरान उन्होंने तबलीगी जमात के लोगों द्वारा संक्रमण जानबूझकर फैलाने के आरोपों पर कहा कि अभी हम इस मामले के हर पहलु की जांच कर रहे हैं । अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी , लेकिन हम इस एंगल पर भी जांच कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि जमात के इन लोगों से हमने भी अपील की है कि यह कोई बड़ी बीमारी नहीं है , न ही छिपाने वाली बात है , लेकिन अगर कुछ लोग इससे जुड़े लक्षण अपने में पाते हैं तो वह अपने इलाके के सीएमओ या डॉक्टर से संपर्क करें । इससे वह खुद और उनका परिवार सुरक्षित रह सकता है । उन्होंने कहा कि हमने पहले भी जिलाधिकारियों को आदेश दिए हैं कि कम से कम लोगों को इस दौरान बाहर निकलने के पास दिए जाएं।