नई दिल्ली । दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में रविवार शाम नकाबपोश हमलावरों ने कई छात्रों की जमकर पिटाई की । आरोप लगे हैं कि इस दौरान नकाबपोश युवकों ने मुस्लिम समुदाय के युवकों को निशाना बनाया, जिसमें आम युवक पिटे । करीब 34 युवकों को चोटिल अवस्था में दिल्ली के एम्स में भर्ती करवाया गया था , जिन्हें सोमवार सुबह डिस्चार्ज कर दिया है । इससे इतर , दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा में पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट और दंगे के तहत मामला दर्ज किया है, तो JNU प्रशासन ने इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय को भेज दी है। रिपोर्ट में रविवार के पूरे घटनाक्रम को शामिल किया गया है। दिल्ली पुलिस के डीसीपी यूनिवर्सिटी कैंपस में गए हैं, वहीं मेन गेट पर ताला लगा दिया गया है । इससे साथ ही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के साथ हैदराबाद में इस घटना के विरोध में प्रदर्शन शुरू हो गए हैं ।
बता दें कि रविवार शाम दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में एक बार फिर बड़ा बवाल हुआ है । कई नकाबपोशों ने लाठी-डंडों के साथ कैंपस में हमला किया, इस दौरान काफी छात्र घायल हुए । दिल्ली पुलिस ने अब इस मामले की जांच शुरू कर दी है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है । JNU के वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार ने छात्रों से शांति की अपील की है । यूनिवर्सिटी की तरफ से सभी छात्रों को पढ़ाई करने के अवसर दिए जाएंगे, हम छात्रों को यकीन दिलाते हैं कि रजिस्ट्रेशन नहीं रुकेगा । छात्रों को किसी तरह से डरने की जरूरत नहीं है ।
इस दौरान यूनिवर्सिटी के छात्रों ने आरोप लगाए कि पुलिस ने इस मामले में उदासीनता बरती है । कई युवकों ने 100 नंबर पर कॉल करके पुलिस को इस घटना की सूचना दी लेकिन डेढ़ घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची और नकाबपोश हमलावर छात्रों को पीटते रहे । वहीं दिल्ली पुलिस ने JNU हिंसा मामले में पहली FIR दर्ज कर जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है। इस हमले से जुड़े जो वीडियो सामने आ रहे हैं उनके अनुसार हमलावरों की पहचान की जा रही है । उधर इस हमले में घायल हुए छात्रों को देर रात एम्स में भर्ती करवाया गया था । सोमवार सुबह एम्स की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जो 34 छात्र भर्ती थे, सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
इस घटना पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने जेएनयू में हिंसा की निंदा की है । उनका कहना है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए । कांग्रेस, कम्युनिस्ट, AAP समेत अन्य विपक्षी पार्टियां देश की कई यूनिवर्सिटियों में हिंसा की स्थिति पैदा कर रही हैं । वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जेएनयू मामले में कहा कि इस मामले में जांच शुरू हो गई है, ऐसे में अभी बोलना ठीक नहीं होगा । लेकिन यूनिवर्सिटियों को राजनीति का अड्डा नहीं बनना चाहिए ।