नई दिल्ली । संसद के शीतसत्र की शुरुआत सोमवार को हंगामे के साथ हुई । इस दौरान जहां संसद के दोनों ही सदनों में विपक्षी दलों ने जमकर नारेबाजी करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर हमला किया । वहीं शिवसेना ने भाजपा के रुख से नाराज होकर संसद परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया । इससे इतर , कांग्रेस ने भी सरकार की नीतियों को लेकर नाराजगी जताई । लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'मैं सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने का मुद्दा भी उठाना चाहता हूं । वहीं उन्होंने कहा कि आज 108 दिन हो गए हैं, फारूक अब्दुल्ला जी को हिरासत में लिए । ये जुल्म हो रहा है? हम चाहते हैं कि उन्हें संसद में आने दिया जाए, यह उनका संवैधानिक अधिकार है। वहीं खबर है कि पीएम मोदी राज्यसभा में दोपहर 2 बजे बोलेंगे ।
विदित हो कि लोकसभा में हुए हंगामे के बीच सदन की कार्रवाई को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है । इससे पहले विपक्षी दलों ने कहा कि हम किसानों के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा है । स्पीकर की तरफ से भी कहा गया कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है । इसके बाद सदन में प्रश्नकाल शुरू हो सका। वहीं विपक्ष ने सदन में नारेबाजी की, 'झूठे केस वापस लो। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले टीएमसी सांसद ने फारूक अब्दुल्ला की हिरासत के खिलाफ लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2019 का ये आखिरी सत्र बेहद महत्वपूर्ण है । इस संबंध में मैंने सभी दलों के नेताओं से बात की है । उम्मीद है कि पिछले सत्र की तरह ही इस बार भी बेहद सकारात्मक नतीजे निकलेंगे । आज से राज्यसभा का 250वां सत्र भी शुरू हो रहा है । ये सत्र देश के लिए जागरुकता अभियान बन सकता है ।
बता दें कि शीतकालीन सत्र 18 नवंबर से 13 दिसंबर तक चलेगा । इस दौरान केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र में गैर-मुस्लिम शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के उद्देश्य से नागरिकता (संशोधन) विधेयक समेत 27 अहम बिल पेश करेगी । नागरिकता कानून में बदलाव के जरिए सरकार बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से धार्मिक उत्पीड़न के बाद भारत आकर बसे गैर-मुस्लिमों जैसे- हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को स्थाई नागरिकता देना चाहती है । मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में भी नागरिकता विधेयक को संसद में पेश किया था, लेकिन विपक्षी दलों के विरोध के कारण इसे आगे नहीं बढ़ाया जा सका ।
जानिए और क्या हुआ संसद में ...
-राज्सभा में शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'अरुण जेटली का निधन राष्ट्र के लिए एक क्षति है लेकिन यह शिवसेना के लिए भी एक बड़ी क्षति है । मैं अपने, उद्धव जी और अपनी पार्टी की ओर से उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
- आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर से पूछा, क्या सरकार ये मानने के लिए तैयार है कि देश आर्थिक मंदी से गुजर रहा है ।
- लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दिवंगत केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी, अरुण जेटली और सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी ।