लखनऊ । जैसे-जैसे लोकसभा चुनावों का समय पास आता जा रहा है, भाजपा को विपक्षी दलों के बजाए अपने और सहयोगी सांसद-विधायकों से चुनौती मिलनी शुरू हो गई है। कई नेता अपनी ही पार्टी को कई एजेंडे को लेकर घेरने में लग गए हैं। इस कड़ी में नया नाम आया है यूपी सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर का। उन्होंने भाजपा को चेतावनी देते हुए आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। उनका कहना है कि अगर भाजपा ने अपना रुख स्पष्ट नहीं किया तो आने वाले चुनावों में उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सुहेल देव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के नेता ने अपने सहयोगी दल पर गंभीर हमला करते हुए बरेली में कहा, 'या तो पिछड़े वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण पर फैसला करें या 2019 के चुनावों में अपना वोट खोने के लिए तैयार रहें.'
योगी सरकार में मंत्री राजभर ने भाजपा को उपचुनावों में हुई हार को याद दिलाते हुए कहा कि जब तक काम नहीं करोगे तब तक गरीब जनता वोट नहीं देगी। उन्होंने कहा, 'गरीब तुम्हारा नोट भी लेगा, मुर्गा भी खाएगा पर तुम्हें वोट नहीं देगा अगर तुमने काम नहीं किया तो। गोरखपुर, फूलपुर, कैराना और नूरपुर का रिजल्ट याद कर लेना।'
आपको बता दें कि भाजपा की सहयोगी पार्टी से मंत्री राजभर पहले भी कई बार भाजपा सरकार के इतर अपनी राय रख चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने शिवपाल यादव को बंगला आवंटित किए जाने पर निराशा जाहिर की थी। उन्होंने कहा, 'मैं मार्च 2017 से कार्यालय के लिए सरकारी बंगला मांग रहा था लेकिन मुझे नहीं पता कि वे मुझे बंगला देने से क्यों डर रहे हैं।