नई दिल्ली । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( EPFO ) से जुड़े देश के नौकरीपेशा लोगों को बुधवार कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है । EPFO की अब से थोड़ी देर में सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के साथ हैदराबाद में बैठक होनी है, जिसमें EPFO दो मुद्दों को लेकर चर्चा कर सकता है । इसमें एक पेंशनधारकों की पेंशन को दोगुनी करना और PF पर पिछले वित्त वर्ष के लिए कितना ब्याज दिया जाए इस पर चर्चा हो सकती है । सूत्रों की मानें तो बैठक में न्यूनतम पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 2000 रुपये करने पर विचार किया जा सकता है। इतना ही नहीं वित्त वर्ष 2018-19 के लिए पीएफ पर ब्याज दर को 8.65 फीसदी रखने पर भी सहमति बन सकती है ।
विदित हो कि EPFO की बुधवार को सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के साथ हैदराबाद में बैठक प्रस्तावित है । इसमें EPFO कई मुद्दों पर चर्चा करेगा , लेकिन इनमें से दो मुद्दे नौकरीपेशा लोगों को दोगुनी खुशी दे सकते हैं । न्यूनतम पेंशन और पीएफ पर ब्याज दरों के निर्धारण का सीधा फायदा पेंशन और पीएफ धारकों को मिलेगा । बैठक में न्यूनतम पेंशन को बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी मिल जाती है तो इसे मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा ।
हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक , न्यूनतम पेंशन में बढ़ोतरी को लेकर सरकार ईपीएफओ से पहले बातचीत कर चुकी है । श्रम मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने पहले ही पेंशन को दोगुना करने पर अपनी सहमति जताई थी । हालांकि, ईपीएफओ ने सरप्लस पैसा नहीं होने की बात कहकर न्यूनतम पेंशन को बढ़ाने से इनकार कर दिया था. लेकिन, इसे भी दोबारा रिव्यू किया जा रहा है ।
इसी क्रम में ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2018-2019 के लिए पीएफ पर ब्याज दरें 8.55 फीसदी से बढ़ाकर 8.65 फीसदी करने की सिफारिश की थी, जिस पर भी आज चर्चा होगी । वित्त मंत्रालय ने 8.65 फीसदी की ब्याज देने के फैसले पर सवाल उठाते हुए इसे दोबारा रिव्यू करने के लिए कहा था । वित्त मंत्रालय को इस बात की चिंता है कि पीएफ पर ज्यादा ब्याज देने से बैंकों के लिए आकर्षक ब्याज दरें देना संभव नहीं होगा। इसका सीधा असर अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।