नई दिल्ली। देश में एक नए मालवेयर कैफेकॉपी ट्रोजन का पता लग है। यह मालवेयर बिना यूजर की जानकारी के उसके फौन से पैसे चुरा रहा है। साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्परस्काई ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, इस मालवेयर के करीब 40 फीसदी शिकार हुए लोग भारत के हैं। कैस्परस्काई लैब विशेषज्ञों ने पर्दाफाश किया है कि यह मोबाईल मालवेयर वैप बिलिंग भुगतान प्रणाली को निशाना बना रहा है। यह मालवेयर फोन के खाते से पैसे गायब कर रहा है। कैफेकॉपी ट्रोजन मालवेयर बैटरीमास्टर जैसे उपयोगी एप में छिपा होता है। ट्रोजन डिवाइसमें गोपनीय रूप से डाटा चुराने वाला कोड लोड कर देता है।
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रिपोर्ट के अनुसार, एप के एक बार सक्रिय हो जाने पर कैफेकॉपी मालवेयर वायरलेस एप्लीकेशन प्रोटोकॉल बिलिंग के साथ वेब पेज पर क्लिक करता है।
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4800 से अधिक लोग शिकार
एक महीने में कैफेकॉपी ट्रोजन ने 47 देशों में 4800 से अधिक उपभोक्ताओं को निशाना बनाया गया है। इन देशों में भारत, रूस, तुर्की और मैक्सिको आदि भी शामिल है। कैस्परस्काई लैब प्रोडक्ट ने 37.5 हमलों का पता लगाकर ब्लाॉक किया।