नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने गुरुवार को महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड लैंड केस से जुड़े मामले को लेकर पुणे में 7 जगहों पर रेड मारी । इस रेड को लेकर एक खास बात यह भी है कि वक्फ बोर्ड महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक के मंत्रालय के अंतर्गत आता है । इस दिनों नवाब मलिक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अफसर समीर वानखेड़े और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फणनवीस पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे हैं । ऐसे में इन रेड की कार्रवाई के समय को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं ।
विदित हो कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड की जमीन की अवैध बिक्री से जुड़े मामले को लेकर गुरुवार ईडी ने पुणे में 7 जगहों पर छापेमारी को अंजाम दिया। ईडी की इस कार्रवाई को अब राजनीतिक के रूप में भी देखा जा रहा है । असल में नवाब मलिक और देवेंद्र फणनवीस के बीच इन दिनों गंभीर आरोप लगाए जाने की एक होड़ लगी हुई है ।
जहां नवाब मलिक ने पूर्व सीएम फणनवीस को मुंबई में उगाही गैंग का प्रमुख बताया । वहीं कई अपराधियों को कई बोर्ड और अहम पदों पर बैठाने के आरोप भी लगाए । वहीं फणनवीस ने भी नवाब मलिक पर माफियाओं के साथ साठगांठ होने के आरोप लगाए हैं ।
बहरहाल , ऐसे समय में जब नवाब मलिक ने भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस पर गंभीर आरोप लगाए हैं , एक बार फिर से महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड की जमीन के अवैध तरीके से ब्रिकी के मामले के उठने से हंगामा खड़ा हो गया है । ईडी की 7 टीमों ने आज अलग अलग ठिकानों पर रेड मारी है । खबर है कि इस दौरान कई दस्तावेज जुटाए गए हैं ।
उद्धव ठाकरे सरकार के मंत्री नवाब मलिक के मंत्रालय के अंतर्गत ही वक्फ बोर्ड आता है , ऐसे में ये बातें उठ रही हैं कि अब नवाब मलिक को घेरने के लिए उनके मंत्रालय से जुड़े वक्फ बोर्ड में हुई अनिमयमितता का मामला उठाया गया है । ये रेड भी उसका ही एक हिस्सा है ।