नई दिल्ली । दुनिया भर में कोरोना काल की मार के बीच पृथ्वी पर एक नया बड़ा खतरा मंडरा रहा है । असल में पृथ्वी की ओर तेज गति से बढ़ रहे सौर तूफान (Solar Storm) को लेकर कहा जा रहा है कि वह आज-कल में धरती से टकरा सकता है । जानकारों का कहना है कि अगले 24 से 38 घंटों के बीच यह जियोमैगनेटिक तूफान (Geomagnetic Storm) पृथ्वी के वायुमंडल से टकरा सकता है । यह तूफान 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से पृथ्वी की ओर आ रहा है और इसके जल्द ही पृथ्वी से टकराने की आशंका है।
इस तूफान सूर्य की लपटों के कारण उपजा हुआ बताजा जा रहा है । कहा जा रहा है कि ये सौर तूफान पृथ्वी के मैग्नेटोस्फीयर में जियोमैगनेटिक तूफान ला सकती हैं, जिससे मोबाइल, जीपीएस, सैटेलाइट टीवी, हवाई यात्राओं आदि पर असर पड़ सकता है । इतना ही नहीं यह तूफान पृथ्वी के मैगनेटिव फील्ड में आने वाले अंतरिक्ष पर भी अहम असर डाल सकता है ।
इस सौर तूफान को लेकर जानकारों का कहना है कि इसका कारण सूर्य (Sun) के वातावरण में एक होल बनना है , जिससे आवेशित कण और तेज गति वाली सौर हवाएं निकल रही हैं । ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह तूफान आज या कल में धरती के कुछ हिस्सों में दस्तक दे सकता है ।
इस आपदा को लेकर नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने कहा है कि 16 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही इन हवाओं की गति बढ़ भी सकती है । इस तूफान के वायुमंडल से टकराने के कारण खासी हलचल हो सकती है । यह टक्कर सैटेलाइट सिग्नल को बाधित कर सकती है . इसका सीधा असर रेडियो सिग्नल, संचार और मौसम पर भी पड़ सकता है ।