नई दिल्ली । इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने देश के मौजूदा हालात को लेकर एक नई चेतावनी जारी की है । देश में मेडिकल रिसर्च पर काम करने वाली इस संस्था ने लोगों को चेताया है कि जो लोग भी हाल के दिनों में कोरोना से संक्रमित हुए हैं, वह डायबिटीज (Diabetes) का शिकार भी हो सकते हैं । हाल के अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि कोरोना का वायरस लोगों की शुगर बढ़ा रहा है ।
ICMR यानी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च प्रमुख डॉ बलराम भार्गव ने कोरोना से ग्रसति होने वाले लोगों के अध्ययन के बाद पाया है कि यह वायरस लोगों में शुगर की बीमारी बढ़ा रहा है । उन्होंने कहा कि डीआरडीओ द्वारा हाल में बनाई गई दवा 2DG , कोरोना के हल्के और मध्यम स्तर के रोगियों के लिए ठीक है , लेकिन कोरोना से ग्रसित गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए यह दवा ठीक नहीं है ।
उन्होंने कहा - एक संक्रमित व्यक्ति 1 महीने में 406 लोगों को इंफेक्शन फैला सकता है । हालांकि परिस्थिति में सुधार हो रहा है लेकिन अभी भी बहुत अलर्ट रहने की जरूरत है ।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि मौजूद समय में नया संकट फंगल इन्फेक्शन उभरकर सामने आ रहा है , जो नमी में विकसित होता है । यदि किसी में इम्युनिटी पावर कम है तो यह फंगस बढ़ेगा । ऐसे में जरूरी है कि लोग ऐसे नमी वाले इलाकों से बचे । कोविड मरीजो में ये समस्या आ रही है. डायबिटीज के रोगियों में इम्युनिटी औरों के मुकाबले में कम होती है. इसलिए यह प्रॉब्लम उनमें ज्यादा देखी जा रही है ।