नई दिल्ली । फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म को चलाने वाली पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स बुधवार को अपने कर्मचारियों की छटनी का कार्यक्रम चलाने वाली है । खबर है कि कंपनी ने 9 नवंबर यानी आज से अपने यहां छटनी किए जाने की बात कही है । कंपनी ने अपने खर्चों को कम करने की रणनीति के तहत यह फैसला लिया है । ऐसी भी खबरें हैं कि इस दौरान करीब 10 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा । पिछले कुछ समय से कंपनी के मुनाफे में होने वाली कमी के मद्देनजर छंटनी का फैसला लिया गया है । इसका असर भारत समेत पूरी दुनिया में इन कंपनियों के लिए काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ेगा ।
मार्क जुकरबर्ग ने दिया था संकेत
बता दें कि फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसी कंपनियों की पैरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म के CEO मार्क जुकरबर्ग ने गत दिनों अपने एग्जीक्यूटिव्स को छंटनी के लिए तैयार रहने को कहा था । उन्होंने छंटनी के मद्देनजर कहा था कि कंपनी के एक्शन से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को 9 नवंबर से नोटिफिकेशन मिलना शुरू हो जाएंगे । असल में सितंबर के अंतिम सप्ताह में मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग ने कंपनी के स्टाफ को ये सूचना दी थी कि मेटा अपना खर्च घटाने वाली है और इसके लिए टीमों की पहचान करने वाली है । इसके अलावा कंपनी ने नई भर्तियों को भी फ्रीज कर दिया है।
कर्मचारियों की संख्या कम रखने की रणनीति
मेटा के सीईओ ने बताया कि साल 2023 में मेटा अपने कर्मचारियों की संख्या साल 2022 के मुकाबले कम रखने वाली है । सितंबर के आखिर में मार्क जुकरबर्ग ने कहा भी था कि हाल के समय में हमारे रेवेन्यू में बढ़ोतरी नहीं हुई और ये पहली बार कुछ गिरावट पर हैं, तो हमें तालमेल बिठाना होगा ।
जुगरबर्ग ने गलत फैसले की बात मानी
विदित हो कि वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्क जुगरबर्ग ने एक एग्जीक्यूटिव कॉल के दौरान कारोबार में लिए गए गलत कदमों की जिम्मेदारी स्वीकार की है । हालांकि ब्लूमबर्ग की इस मामले पर जवाब लेने की कोशिशों का मेटा के प्रवक्ता ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है ।
मेटा के 87,000 कर्मचारी
मिली जानकारी के अनुसार , मेटा से अभी करीब 87,000 कर्मचारी जुड़े हुए हैं । इनमें से करीब 10 फीसदी कार्यबल को कम किया जा सकता है । फेसबुक की साल 2004 में स्थापना के बाद इसके बजट में पहली बार इस तरह की कटौती करना इस कंपनी के डिजिटल एडवर्टाइजिंग रेवेन्यू में गिरावट को साफ दिखाता है ।