Thursday, April 25, 2024

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गोरखपुर में AIIMS का लोकार्पण कर PM मोदी बोले - जब नेक नियत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बनती 

अंग्वाल संवाददाता
गोरखपुर में AIIMS का लोकार्पण कर PM मोदी बोले - जब नेक नियत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बनती 

गोरखपुर । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यूपी के गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS ) व रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया। इस दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा - गोरखपुर में खाद कराखाने का शुरू होना, गोरखपुर में एम्स का शुरू होना अनेक संदेश दे रहा है। जब डबल इंजन की सरकार होती है तब डबल तेजी से काम भी होता है। जब नेक नियत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पाती।

5 साल पहले किया था शिलान्यास

पीएम मोदी ने इस दौरान कहा - 5 साल पहले मैं गोरखपुर में एम्स और खाद कारखाने का शिलान्यास करने आया था। आज इन दोनों का एकसाथ लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आपने मुझे ही दिया है। आईसीएमआर के रीजनल रिसर्च सेंटर को आज अपनी बिल्डिंग मिली है। मैं आप लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

इस सदी की शुरुआत में 1 एम्स था

पीएम मोदी बोले - देश की आजादी के बाद से इस सदी की शुरुआत तक देश में सिर्फ 1 एम्स था। अटल जी ने 6 और एम्स स्वीकृत किए थे। बीते 7 वर्षों में 16 नए एम्स बनाने पर देशभर में काम चल रहा है। हमारा लक्ष्य ये है कि देश के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज जरूर हो । जब मैंने एम्स का शिलान्यास किया था, तो मैंने कहा था कि हम दिमागी बुखार से इस क्षेत्र को राहत दिलाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। हमने दिमागी बुखार फैलाने की वजह को दूर करने पर भी काम किया और इसका उपचार भी किया । आज गोरखपुर और बस्ती डिविजन के 7 जिलों में दिमागी बुखार के मामले करीब 90% तक कम हो गए हैं । सब जानते थे कि गोरखपुर में एम्स की मांग बरसों से हो रही थी। लेकिन 2017 से पहले जो सरकार चला रहे थे, उन्होंने एम्स के लिए जमीन देने में हर तरह के बहाने बनाए । 

3 सूत्रों पर एक साथ काम किया


प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में खाद कारखाने को लेकर कहा कि जब नेक नियत से काम होता है, तो आपदाएं भी अवरोध नहीं बन पाती। एक बड़ी दिक्कत ये भी थी कि जो खाद उपलब्ध थी, उसका इस्तेमाल चोरी-छिपे और भी कामों में गुपचुप हो जाता था। इसलिए देशभर में यूरिया की किल्लत तब सुर्खियों में रहती थी। जब 2014 में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया था, तब उस समय देश में फर्टिलाजर सेक्टर बहुत बुरी स्थिति में था। देश के कई खाद कारखानों वर्षों से बंद पड़े थे। विदेशों से आयात लगातार बढ़ता जा रहा था। हमने यूरिया के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया। बंद पड़े fertilizer plants को फिर से खोलने पर ताकत लगाई । हमने 3 सूत्रों पर एक साथ काम किया। हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका, यूरिया की 100% नीम कोटिंग की। हमने करोड़ों किसानों को soil health card दिए ताकि उन्हें पता चल सके उनके खेत को किस तरह की खाद की जरूरत है।

पूर्वांचल में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर देगा खाद कारखाना

पीएम मोदी ने कहा - गोरखपुर का यह खाद कारखाना राज्य के अनेक किसानों को पर्याप्त यूरिया तो देगाा ही, इससे पूर्वांचल में रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे । गोरखपुर खाद कारखाने की बहुत बड़ी भूमिका देश को यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में भी होगी। देश के अलग-अलग हिस्सों में बन रहे 5 फर्टिलाजर प्लांट शुरु होने के बाद 60 लाख टन अतिरिक्त यूरिया देश को मिलेगा । यानि भारत को हजारों करोड़ रुपये विदेश नहीं भेजने होंगे, भारत का पैसा भारत में ही लगेगा । 

गन्ना किसानों के लिए अभूतपूर्व काम हुआ

वह बोले - हमारी सरकार आने से पहले यूपी से सिर्फ 20 करोड़ लीटर इथेनॉल तेल कंपनियों को भेजा था। आज करीब 100 करोड़ लीटर इथेनॉल उत्तर प्रदेश के किसान तेल कंपनियों को भेज रहे हैं। योगी सरकार ने गन्ना किसानों के लिए बीते वर्षों में अभूतपूर्व काम किया है ।  

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