नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के साथ ही अपनी कैबिनेट , पार्टी नेताओं समेत जनप्रतिनिधियों से बेहतर संवाद स्थापित करने का हुनर जानते हैं । वह जनता की नब्ज को भी परखना जानते हैं । इसी को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों कैबिनेट बैठक के बाद जब सभी मंत्रीगण जाने लगे तो पीएम मोदी ने सबको रोककर गुरुमंत्र'' दे डाला । उन्होंने इन मंत्रियों से सोशल मीडिया पर उनकी सक्रियता को लेकर सवाल किया । साथ ही मंत्र देते हुए कहा कि सोशल मीडिया को आज के समय में इग्नोर नहीं कर सकते । वहां जनमत भले देर से बनता हो, लेकिन इस प्लेटफॉर्म पर चर्चाएं तुरंत शुरू हो जाती है।
मिली जानकारी के अनुसार , पिछले दिनों आयोजित एक कैबिनेट बैठक के बाद पीएम मोदी ने सभी मंत्रियों से एक मिनट रुकने को कहा । पीएम मोदी ने कहा कि एक मिनट रुकिए, आप सबसे जरूरी बात करनी है । इस दौरान पीएम मोदी ने इन सभी मंत्रियों से उनके सोशल मीडिया पर एक्टिव होने की बात कही । इस दौरान पीएम ने सबसे पूछा कि आपमें से कितने लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं?
उन्होंने अपने मंत्रियों को गुरुमंत्र देते हुए कहा कि आज के दौर में सोशल मीडिया को भी इग्नोर नहीं किया जा सकता । इस प्लेटफॉर्म पर लोगों की राय भले ही देर से बनती हो , लेकिन कोई बात जैसे ही इसके जरिए सामने आती है , उसपर चर्चाएं तुरंत शुरू हो जाती हैं ।
असल में उनका इशारा नकारात्मक चीजें के तेजी से फैलने की ओर था । उनका कहना था कि कई इस तरह की गलत चीजें सोशल मीडिया पर चलती रहती हैं, जिसका लाभ विपक्ष लेने की कोशिश करता है , ऐसे में मंत्रियों को सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हुए सही जानकारी को लोगों तक पहुंचाना होगा । ऐसा इसलिए है क्योंकि सोशल मीडिया के जरिए फैलने वाली सूचनाओं को अधिकांश लोग सही मानते हैं और कम ही लोग इस बात की जांच करते हैं कि यह बात सच है भी या नहीं । ऐसे में आपका इस नकारात्मक सूचना को लेकर सही सही जानकारी देना लाभकारी होगा ।
इस दौरान पीएम मोदी ने दो-तीन मंत्रियों से ट्विटर, फेसबुक और इंस्टा पर उनके फालोवर और जो संदेश डाले हैं, उनके बारे में भी पूछ लिया । इसके साथ ही पीएम ने कहा कि हर संदेश मंत्री नहीं डाल सकते हैं. लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि क्या जा रहा है और उसका निर्धारण भी उन्हें ही करना चाहिए । इस दौरान उन्होंने सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी और उनसे जुड़ी सूचना को सोशल मीडिया के जरिए भी बताने की बात कही ।