आगरा । दुनिया के सात अजूबों में शुमार आगरा का ताजमहल अब उसके दीदार करने वालों की जेब पर ''डाका'' भी डालेगा । असल में आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) की बोर्ड बैठक में फैसला लिया गया है कि अब ताज देखने के लिए आने वाले लोगों से पहले की तुलना में ज्यादा फीस वसूली जाएगी । मौजूदा समय में ताजमहल के मुख्य गुम्बद पर जाने वाले देसी पर्यटकों को 200 रुपये देना होता था , जिसे अब दोगुना करते हुए 400 रुपये कर दिया गया है । इसके साथ ही भारतीय पर्यटकों को जो एंट्री-फी 50 रुपये देनी होती थी , उसके लिए भी अब पर्यटकों को 80 रुपये देने होंगे । इस सबके बाद अब आगरा में ताजमहल का दीदार करने वाले शख्स को 480 रुपये खर्च करने होंगे । इसके साथ ही ताज के कई अन्य स्मारकों के टिकटों में भी वृद्धि का प्रस्ताव है ।
जहां एक तरफ अब ताज का दीदार करने वालों को दोगुना पैसा खर्च करना होगा , वहीं आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) के फैसला का असर विदेसी सैलानियों पर भी पड़ेगा । अब आगरा किले पर देशी सैलानियों का टिकट 90 रुपये कर दिया गया है , जो पहले 50 रुपये था । वहीं विदेशियों का टिकट 650 से बढ़ाकर 1200 रुपये कर दिया है । हालांकि सार्क देशों के सैलानियों के टिकट दरों को अभी यथावत ही रखा गया है ।
भले ही अभी सार्क देशों के लोगों को इस वृद्धि का असर अभी न पड़े , लेकिन SAARC देशों के पर्यटकों की टिकट की दरों में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव ADA ने शासन को भेजा है । शासन से मुहर लगने के बाद ताज दीदार के लिए विदेशियों को 1600 रुपये खर्च करने होंगे।
विदित हो कि ताज के अलावा कई अन्य स्मारकों के दीदार के लिए फीस में वृद्धि का प्रस्ताव भेजा गया है । शासन की मंजूरी के बाद 1 अप्रैल से बढ़ी हुई दरें लागू की जा सकती हैं । इसमें फतेहपुर सीकरी में देशी सैलानियों का टिकट 50 से बढ़ाकर 80 रुपये, विदेशियों का टिकट 610 से बढ़ाकर 1200 रुपये और सार्क देशों के पर्यटकों की टिकट दरें 50 से बढ़ाकर 80 रुपये हो जाएंगी ।
इसी क्रम में सिकंदरा स्मारक पर देशी सैलानियों के लिए टिकट की दरें 30 से बढ़ाकर 50 रुपये, विदेशियों का टिकट 310 से बढ़ाकर 600 रुपये और सार्क देशों के सैलानियों का टिकट 30 से बढ़ाकर 50 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा गया है ।