नई दिल्ली । आने वाला नया साल यानी वर्ष 2020 दुल्हन बनने वाले युवतियों के लिए कुछ खास होने जा रहा है । असर में भाजपा सरकार ने इन दुल्हनों को शादी के मौके पर 10 ग्राम सोना देने की योजना बनाई है । हालांकि 1 जनवरी से शुरू होने वाली इस योजना के लिए सरकार ने कुछ शर्तें और नियम बनाए हैं । इस योजना को 'अरुंधति स्वर्ण योजना' नाम दिया गया है । खास बात है कि भाजपा सरकार की इस योजना का लाभ वही दुल्हनें उठा पाएंगी जो 10वीं तक पढ़ी हो और उनके परिजनों ने शादी पंजीकृत करवाई हो ।
असल में 'अरुंधति स्वर्ण योजना' को असम की सर्बानंद सोनोवाल सरकार ने की है। असम सरकार 1 जनवरी से दुल्हन को 10 ग्राम सोना उपहार करेगी। असम की भाजपा सरकार ने इस योजना की घोषणा गत माह की थी । योजना के तहत दुल्हन को 10 ग्राम के जेवरात नहीं मिलेंगे, बल्कि उन्हें सोना लेने के लिए 30 हजार रुपये मिलेंगे । लेकिन इससे पहले इस योजना का लाभ उठाने वालों को शादी के रजिस्ट्रेशन और वेरिफिकेशन के बाद रकम दुल्हन के बैंक खाते में जमा करवाई जाएगी।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए सरकार ने जो नियम शर्तें रखी गई हैं , उसके अनुसार , दुल्हन के परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए । अरुंधति स्वर्ण योजना का लाभ लड़की की पहली शादी पर ही मिलेगा । यानी दूसरी शादी करने पर इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा । इतना ही नहीं दुल्हन के परिजनों द्वारा खरीदे गए 30 हजार रुपये के जेवरात के बिल उन्हें जमा करवाने होंगे। सरकार का उद्देश्य इस सारी कवायद को लेकर यह है कि परिजन इस रकम का इस्तेमाल दूसरे काम के लिए न ले सकें ।