नई दिल्ली । चीन अकेले भारत के साथ ही ''डर्टी गेम'' नहीं खेल रहा बल्कि वह अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ साजिश रच रहा है । अपने पड़ोसी देशों की जमीन पर अतिक्रमण करने की अपनी साजिश के तहत चीन नेपाल में भी लगाता सेंघ लगा रहा है । खबर है कि चीन ने नेपाल के एक अन्य गांव रुई में भी अपना कब्जा कर लिया है । इस गांव के लोग पिछले काफी समय से इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं , लेकिन नेपाल की सरकार इसकी अनदेखी कर रही है । सामने आया है कि नेपाल अपने बॉर्डर के करीब कई ऐसे प्रोजेक्ट को अंजाम दे रहा है , जिससे नेपाल में नदियों का बहाव प्रभावित हो रहा है। ऐसे में नदी जहां जगह छोड़ रही है, उसपर चीन अपना कब्जा कर लेती है । अब तक चीन नेपाल के 4 जिलों में 11 जहगों पर अपना कब्जा कर चुकी है ।
विदित हो कि जहां नेपाल भारतीय जमीन पर अपने कब्जे का दावा कर रहा है , वहीं चीन नेपाल की जमीन पर कब्जा करने में जुटा है । खबरें आ रही हैं कि चीन ने अपना बॉर्डर पर कुछ हाईवे और डैम प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए जो काम किए हैं , उससे नेपाल की नदियों का बहाव प्रभावित हुआ है ।
पिछले 2 सालों से चीन इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है । जानकारी मिली है कि चीन ने नेपाल के 4 जिलों की 11 जगहों पर कब्जा कर लिया था । अब भले ही नेपाल की सरकार इसकी अनदेखी कर रही हो , लेकिन यह खबर भारत के लिए अच्छी नहीं है । चीन भारत के पड़ोसी देशों पर अपना दबदबा स्थापित करने भारत के लिए परेशानियां खड़ी कर रहा है । ऐसा माना जा रहा है कि चीन की शह पाकर ही पिछले दिनों नेपाल से सुर भारत को लेकर बदले हैं ।
नेपाल ने भारतीय सीमा को अपने नक्शे में दर्शाते हुए भारत पर उनकी जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है