नई दिल्ली । कोरोना महामारी से बचाव के लिए विश्व समुदाय की नजरें भारत पर टिकी हैं । पिछले दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री ने भी कहा कि पूरी दुनिया पूर्व की भांति महामारी से बचाव के लिए भारत की ओर आस भरी निगाहों से देख रहा है । इस सबके बीच अच्छी खबर यह है कि भारत में कोरोना का टीका बाने में जुटी पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने दावा किया है कि उनका इस महामारी के बचाव को लेकर बनाए गए टीके का पहला चरण सफल रहा है , अगर दूसरा चरण भी सफल हुआ तो , हम अक्तूबर तक देश को इसका टीका दे सकते हैं । सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अडर पूनावाला ने कहा है कि देश में यह टीका मजह 1000 रुपये में मिल सकता है ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक , पूनावाला ने कहा कि हमने अपने पहले चरण में कोरोना से बचाव के टीके को लेकर सफलता पाई है । अब हम दूसरे चरण के परीक्षण की तैयार कर रहे हैं । अगर यह सफल होता है तो यह बहुत बड़ी सफलता होगी । उन्होंने कहा कि हम जोखिम लेते हुए टीके के एडवांस परीक्षण से पहले ही इसके उत्पादन का प्रयास करेंगे । उन्होंने संभावना जताई कि मई के अंतिम दिनों में टीके का उत्पादन शुरू हो सकता है। अगर हमारा दूसरा टेस्ट भी पास हुआ तो हम इसे सितंबर अक्तूबर तक बाजार में ले आएंगे ।
विदित हो कि सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया की सबसे बड़ी टीका बनाने वाली कंपनी है जो हर साल 1.5 अरब डोज तैयार करती है और दुनिया के 65 फीसदी बच्चों को इस कंपनी के टीके लगाए गए हैं । हालांकि कोरना का टीका बनाने में ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और अमेरिका की बायोटेक कंपनी कोडाजेनिक्स भी लगी हुई हैं।
बहरहाल , इस कंपनी के सीईओ पूनावाला ने मौजूदा स्थिति पर कहा - हमारे टीका बनाने के लिए तैयारियां कर ली हैं , पुणे के अपने कारखाने में हमने 500-600 करोड़ रुपये का निवेश किया है । हमारे मौजूदा ईकाइयों में अगले तीन हफ्ते में उत्पादन शुरू हो जाएगा । हम हर महीने 40 से 50 लाख डोज बनाएंगे, जो बढ़ाकर हर महीने 1 करोड़ तक कर देंगे ।