नई दिल्ली । चीन में कोरोना से मचे हाहाकार के बीच अब इसकी आंच भारत में भी नजर आने लगी है । कोरोना की नई लहर को लेकर जताई जा रही आशंका के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक अहम बैठक बुलाई , जिसमें चीन समेत दुनिया के कई देश में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर चर्चा हुई , साथ ही देश के हालात को लेकर भी मंथन हुआ । इस बैठक में फिर से मास्क पहनने की अनिवार्यता पर विचार हुआ । सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में सरकार न्यू ईयर पार्टी और क्रिसमस को देखते हुए सार्वजनिक जगहों पर फिर से मास्क पहनने को अनिवार्य कर सकती है । वहीं उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तो एक अलर्ट भी जारी कर दिया है । सरकार ने सभी जिलों के सीएमओ को मामले की गंभीरता से निगरानी करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही विदेशों से आए लोगों की जांच करवाए जाने की बात कही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में चिंतन
बता दें कि चीन , जापान , दक्षिण कोरिया, ब्राजील, अमेरिका जैसे देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि हुई है । इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय देश में महामारी की स्थिति की समीक्षा कर रहा है । स्वास्थ्य मंत्रालय में देश में कोरोना की स्थिति को लेकर बैठक जारी है । सूत्रों के मुताबिक क्रिसमस और नए साल के जश्न को देखते हुए जारी हो सकते हैं नए दिशानिर्देश. सार्वजनिक जगहों, कार्यालयों और यात्रा के दौरान मास्क लगाना अनिवार्य हो सकता है । इससे पहले, मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम अनुक्रमण को बढ़ाने का आग्रह किया ।
उपमुख्यमंत्री पाठक बोले- जिनोम सीक्वेंसिंग जांच कराएंगे
विदित हो कि यूपी में कोरोना को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है । सुबे के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने सभी जिलों के सीएमओ को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं । इतना ही नहीं आदेश दिया गया है कि कोविड प्रभावित देशों की यात्रा से लौटे लोगों की जांच कराई जाएगी । इसके साथ एयरपोर्ट पर भी सतर्कता बढ़ाई जाएगी । उन्होंने कहा कि पॉजिटिव मरीजों की जिनोम सीक्वेंसिंग जांच कराई जाए. कल (22 दिसंबर) सीएम योगी आदित्यनाथ भी स्वास्थ्य मंत्री समेत अन्य अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को लेकर किए जाने वाले इंतजाम को लेकर बैठक कर सकते हैं ।
विदेश से लौटे लोगों को होम आइसोलेशन की सलाह
विदित हो कि सरकार की ओर से विदेशों की यात्रा से लौटे लोगों को होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है । सर्दी-इसी क्रम में जुकाम और बुखार जैसे लक्षणों वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही चिन्हित कर उनकी जांच कराई जाएगी । स्वास्थ्य विभाग को उन सभी लोगों की एक लिस्ट बनाने के लिए कहा गया है, जो विदेश से यात्रा कर लौटे हैं । 12 से 14 दिन तक यात्रा से लौटे लोगों की सेहत की जानकारी ली जाएगी । साथ ही मास्क, पीपीई किट और ग्लब्स पर्याप्त मात्रा में जुटाने के लिए कहा गया है ।
राज्य सरकारों को लिखा गया पत्र
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पत्र लिखा गया है । इस पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी । उन्होंने कहा - जांच-निगरानी-उपचार-टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार के पालन की रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारत कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को सीमित करने में सक्षम रहा है और साप्ताहिक आधार पर लगभग 1,200 मामले सामने आ रहे हैं । भूषण ने कहा कि कोविड-19 की सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती अभी भी दुनिया भर में बनी हुई है, जिसके लगभग 35 लाख मामले साप्ताहिक रूप से सामने आ रहे हैं । भूषण ने कहा, ‘जापान, अमेरिका, कोरिया गणराज्य, ब्राजील और चीन में मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए, भारतीय सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के माध्यम से वायरस के स्वरूपों पर नजर रखने के लिए संक्रमण के मामलों के नमूनों का पूरा जीनोम अनुक्रमण तैयार करना आवश्यक है।