श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में होने वाले निकाय और पंचायत चुनाव के पहले चरण में भारतीय जनता पार्टी के 5 उम्मीदवारों का जीतना तय है। खबरों के अनुसार नामों की स्क्रूटनी करने के बाद पता चला कि इनके खिलाफ किसी उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल ही नहीं किया है। बता दें कि घाटी में अनुच्छेद 35 ए के मसले को लेकर नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने चुनाव का बहिष्कार किया है। ऐसे में मैदान में सिर्फ कांग्रेस और भाजपा ही हैं। स्थानीय खबरों के अनुसार आतंकियों के द्वारा दी जा रही धमकी भी लोगों के चुनाव में हिस्सा न लेने की बड़ी वजह है।
गौरतलब है कि आतंकियों ने चुनाव से पहले ही कई जिलों के पंचायत घरों में आग लगा दी थी। आतंकियों ने स्थानीय नौजवानों को एसपीओ, पुलिस या सेना में भर्ती न होने और कार्यरत लोगों को नौकरी छोड़ने की धमकी दी थी। धमकी के बाद आतंकियों ने 4 स्पेशल पुलिस आॅफिसर (एसपीओ) को अगवा कर लिया था जिनमें 3 की हत्या कर दी गई थी और 1 को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। वहीं दूसरी ओर राज्य में अनुच्छेद 35 ए को खत्म करने की बात को लेकर दोनों राजनीतिक पार्टियां, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया था।
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यहां बता दें कि दोनों पार्टियों के मैदान से हटने के बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच मुकाबला होना है। बुधवार को नामांकन पत्रों की जांच के आखिरी दिन स्क्रूटनी करने के बाद भाजपा के 5 उम्मीदवारों के खिलाफ किसी ने पर्चा ही दाखिल नहीं किया। ऐसे में इनकी जीत तय है और सिर्फ नामों की औपचारिक घोषणा की जानी है। इनमें देवसार म्यूनिसपल कमेटी से सतीश कुमार जुत्शी, अच्छाबल म्यूनिसपल कमेटी से उर्मिला बाली और रिशव बाली, कुलगाम म्यूनिसपल कमेटी से ज्योति गोसानी और बबलू गोसानी शामिल हैं।