नई दिल्ली । पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर दिल्ली पहुंच कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की । इस मुलाकात ने कांग्रेस में उथल पुथल मचा दी है । वहीं राज्य सभा में पूर्व नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने एक बार फिर से कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को पत्र लिखकर कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक जल्द बुलाने की मांग की है । इस पत्र में गुलाम नबी ने कांग्रेस के स्थायी अध्यक्ष को लेकर जहां सवाल किया है , वहीं संगठन के चुनाव और पार्टी में जरूरी बदलावों को लेकर भी जिक्र किया है ।
कांग्रेस आलाकमान की समस्या यहीं खत्म नहीं हो रही , ऐसी खबर है कि कैप्टन अमरिंदर गुरुवार को जी -23 के नेताओं से मुलाकात करेंगे । इस बीच एक बार फिर से कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है ।
विदित हो कि पूर्व में कांग्रेस के कुछ नाराज नेताओं ने संगठन के चुनाव के साथ पार्टी नेतृत्व को लेकर सवाल उठाते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था , इस पत्र को लिखने वाले नेताओं को जी 23'' करार दिया गया , क्योंकि इस पत्र में कांग्रेस के 23 दिग्गज नेताओं के साइन थे ।
इस सबके बाद एक बार फिर से , ऐसे समय में जब कांग्रेस में अंदरूनी कलह चरम पर है , पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सोनिया गांधी को एक ओर पत्र लिखते हुए संगठन के चुनाव , पार्टी में कुछ बदलाव के साथ ही स्थायी अध्यक्ष को लेकर सवाल किए हैं । यह पत्र ऐसे समय में लिखा गया है , जब पंजाब कांग्रेस में घमासान मचा है , जबकि राजस्थान कांग्रेस में भी गहलोत के खिलाफ एक खेमा विद्रोह की कगार पर है ।
बहरहाल , इससे पहले, बुधवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर हमला बोलते हुए आश्चर्य जताया कि पार्टी में कौन फैसले ले रहा है. उन्होंने कहा कि जी-23 द्वारा पत्र लिखे जाने के एक साल बाद भी पार्टी नेताओं की संगठनात्मक चुनाव की मांग पूरी नहीं हुई है ।
सिब्बल ने हा, 'हमारी पार्टी में कोई अध्यक्ष नहीं है, इसलिए हमें नहीं पता कि सभी निर्णय कौन ले रहा है. । हम इसे जानते हैं, फिर भी हम नहीं जानते, शायद मेरे एक वरिष्ठ सहयोगी ने सीडब्ल्यूसी की तत्काल बैठक बुलाने के लिए अंतरिम अध्यक्ष को पत्र लिखा है या लिखने वाले हैं, ताकि बातचीत शुरू की जा सके ।
इस दौरान कपिल सिब्बल ने उन नेताओं से लौट आने की अपील की, जिन्होंने कांग्रेस छोड़ दी है और कहा, 'यह कहना विडंबना है कि हम पार्टी छोड़ने जा रहे हैं । जो शीर्ष नेतृत्व के करीबी माने जाते थे, उन्होंने पार्टी छोड़ दी है और जो करीबी नहीं माने जाते थे वे अभी भी पार्टी के साथ खड़े हैं । हम जी-23 हैं न कि जी-हुजूर 23.' सिब्बल ने कहा कि वह उन कांग्रेस सदस्यों की ओर से बोल रहे हैं, जिन्होंने अगस्त 2020 में पत्र लिखा था और सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष पद के चुनाव के संबंध में नेतृत्व द्वारा की जाने वाली कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं ।