नई दिल्ली । भारतीय क्रिकेट के लीजेंड क्रिकेटरों में शुमार और टर्बनेटर के नाम से दुनिया के बल्लेबाजों को बैकफुट पर लाने वाले गेंदबाज हरभजन सिंह ने शुक्रवार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया । उनके सन्यास के बाद अब वह क्रिकेट के मैदान पर नई भूमिकाओं में नजर आ सकते हैं । ऐसी खबरें हैं कि वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का हिस्सा बन रहेंगे, लेकिन बतौर खिलाड़ी नहीं। हरभजन सिंह आईपीएल 2022 की एक बड़ी फ्रैंचाइजी के सहयोगी स्टाफ के अहम सदस्य के रूप में नजर आएंगे।
भज्जी बोले - हर फॉर्मेट से सन्यास ले रहा हूं
बता दें कि टीम इंडिया के वरिष्ठ ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है । हालांकि इसके संकेत भज्जी ने पिछले दिनों दिए थे । असल में आईपीएल की एक बड़ी फ्रैंचाइजी ने भज्जी को सहयोगी स्टाफ के तौर पर अपनी टीम से जोड़ने का ऑफर दिया है । इसके बाद भज्जी ने क्रिकेट से संन्यास का मन बना लिया । हरभजन सिंह ने कहा कि पिछले कुछ समय से वह यह घोषणा करना चाहते थे लेकिन कर नहीं पाए ।
यूट्यूब चैनल पर किया ऐलान
उन्होंने यूट्यूब चैनल पर खास वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं आज क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले रहा हूं । मैं जहनी तौर पर तो काफी पहले ही रिटायरमेंट ले चुका था लेकिन आपके साथ इसे अब शेयर आ कर रहा हूं । वैसे भी मैं काफी समय से एक्टिव क्रिकेट नहीं खेल रहा था . मैं काफी पहले ऐसा करना चाहता था लेकिन कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ अपने कमिटमेंट के कारण मैं चाहता था कि इस साल उनके साथ ही रहूं । हर किसी की तरह मैं भी इंडिया जर्सी में टीम को अलविदा कहना चाहता था लेकिन तकदीर को शायद कुछ और मंजूर था । मैं जिस टीम के लिए भी खेला हूं मैंने हमेशा कोशिश की कि वह हमेशा टॉप पर रहे ।’
सफलता के लिए गुरू माता पिता का आभार
हरभजन सिंह ने अपनी सफलता के लिए अपने गुरु को धन्यवाद कहा । अपने माता-पिता के अलावा अपनी बहनों को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया । उन्होंने साथ ही अपनी पत्नी गीता बसरा से भी वादा किया कि वह अब उनके अपने दोनों बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएंगे । भारत के इस दिग्गज स्टार ने अपने करियर के साथ सभी साथी और विरोधी खिलाड़ियों को धन्यवाद कहा, साथ ही अंपायर ग्राउंड्स मैन का भी धन्यवाद दिया ।
केकेआर का रहे हिस्सा
विदित हो कि 41 वर्षीय भज्जी आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) का हिस्सा थे । इस सीजन के पहले सत्र में वह कुछ मैच खेले थे , हालांकि कोविड-19 के बाद जब यूएई में इस लीग का दूसरा सत्र खेला गया तो भज्जी को तब किसी भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला । असल में एक दशक तक मुंबई इंडियन्स से जुड़े रहने के दौरान भज्जी ने काफी नाम कमाया , लेकिन साल 2016 के बाद से उन्होंने भारत के लिए कोई मैच नहीं खेला ।
23 साल के करियर को विराम
बता दें कि हरभजन सिंह ने साल 1998 में अपना डेब्यू किया था और अब 23 साल उन्होंने क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कहने का फैसला ले लिया । महज 17 साल की उम्र में हरभजन सिंह ने अपने क्रिकेट की शुरुआत की थी और आज वह 41 साल के हो चुके हैं ।
- हरभजन सिंह ने साल 1998 में चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मुकाबले के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की ।
- इसके बाद उसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे डेब्यू किया ।
- साल 2006 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने अपना टी20 डेब्यू किया ।
- इसके बाद से साल 2015 तक उन्होंने कुल 103 टेस्ट मैचों में 417 विकेट लिए जबकि दो शतकों के साथ 2235 रन भी बनाए ।
- वहीं 236 मैचों में उन्होंने 269 विकेट लिए और 1237 रन बनाए ।
- टी20 की बात करें तो यहां उनके नाम 28 मैचों में उनके नाम 25 विकेट दर्ज हैं ।
- टी20 डेब्यू किया.अनिल कुंबले और आर अश्विन के बाद हरभजन सिंह भारत के लिए टेस्ट सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज हैं ।
- आईपीएल में भी हरभजन सिंह चेनन्ई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 150 विकेट लिए हैं ।