नई दिल्ली। दिवाली के मौके पर खतरा को देखते हुए सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। दिवाली पर अक्सर पटाखों से झुलसने के मामले अस्पतालों में आते हैं। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इस बार पटाखों पर प्रतिबंध लगने से ऐसे हादसे कम होने की उम्मीद है। सेंट्रल दिल्ली स्थित केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बर्न विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। दिवाली के अगले दिन अस्पताल के आॅपरेशन थिएटर को 24 घंटे के लिए खुला रखने का आदेश दिया गया है।
गौरतलब है कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के बर्न विभाग के डाॅक्टर का कहना है कि जलने वाले केस से निपटने के लिए दवा और खून का इंतजाम पहले से ही कर लिया गया है। आईसीयू में 2 बेड सुरक्षित कर दिए गए हैं। गौर करने वाली बात है कि पिछले साल दिवाली और उसके बाद करीब 50 से 60 मामले सामने आए थे।
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यहां बता दें कि सफदरजंग अस्पताल के डाॅक्टरों का कहना है कि बर्न डिपार्टमेंट के साथ आंखों और सांस की परेशानी से जुड़े सीनियर डॉक्टर भी अस्पताल में मौजूद रहेंगे। कई बार ऐसे केस आते हैं, जिनमें पटाखों से निकलने वाला बारूद आंख में चली जाती है और हालत गंभीर हो जाती है। ऐसे में अस्पताल में सीनियर आॅप्थमोलाॅजिस्ट की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है।
गौर करने वाली बात है कि अस्थमा के मरीजों को भी धुएं से काफी परेशानी होती है अस्पतालों में उनसे निपटने की भी तैयारी की गई है। लोकनायक अस्पताल के अलावा डीडीयू, डॉ. भीमराव आंबेडकर, डॉ. हेडगेवार, लाल बहादुर शास्त्री और महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भी इमरजेंसी व्यवस्था की गई है। दिल्ली के चाचा नेहरू अस्पताल और जीटीबी में भी इसके लिए इंतजाम किए गए हैं।