नई दिल्ली। आज लोगों के पास बाजार या दुकानों पर जाकर सामान की जांच-पड़ताल कर खरीदने का समय नहीं है। ऐसे में वे खुद के इस्तेमाल करने से लेकर घरेलू सामानों की खरीददारी आॅनलाइन करते हैं। अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो सावधान हो जाएं। करीब 53 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि आॅनलाइन मंगाए जाने वाले ज्यादातर सामान नकली या फिर खराब क्वालिटी की होती हैं।
गौरतलब है कि अमेजन और फ्लिपकार्ट के द्वारा दिए जा रहे सामानों में सबसे ज्यादा इस तरह की शिकायतें आ रही हैं। भारतीय औषधि महानियंत्रक ने उन्हें नोटिस भी जारी किया था। हालांकि पेटीएम माॅल ने भी अपनी सूची में से खराब सामान बेचने वाले हजारों विक्रेताओं को हटा दिया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले एक शख्स ने नामी ई काॅमर्स कंपनी के जरिए महंगा फोन मंगवाया था लेकिन डिब्बा खोलने पर उसमें 2 साबुन मिले थे।
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यहां बता दें कि फ्लिपकार्ट ने भी कहा कि उसकी तरफ से भी खराब सामानों को लेकर जीरो टाॅलरेंस की नीति अपनाई जाती है। इसके बावजूद अगर खराब सामानों की सप्लाई की जाती है तो इसपर ध्यान रखा जाएगा।