नई दिल्ली। भारत के युवाओं ने इंटरनेशनल फिजिक्स ओलंपियाड 2018 (आईपीएचओ) में एक नया इतिहास रच दिया है। इसमें भाग लेने वाले सभी 5 छात्रों ने स्वर्ण पदक जीता है। ऐसा देश के इतिहास में पहली बार हुआ है। इस बात की जानकारी होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन (एचबीसीएसी) ने ट्वीट करके दी। बता दें कि इस ओलंपियाड में भारत पिछले 21 सालों से भाग ले रहा है। बड़ी बात यह है कि इन 5 छात्रों में से 4 ने कोटा से इंजीनिरिंग की ट्रेनिंग ली है।
गौरतलब है कि पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में हुए इस इंटरनेशनल फिजिक्स ओलंपियाड 2018 में 86 देशों के करीब 396 छात्रों ने हिस्सा लिया था। लिस्बन में भारतीय छात्रों का प्रतिनिधित्व मुंबई के भास्कर गुप्ता, कोटा के लय जैन, राजकोट के निशांत अभांगी, जयपुर के पवन गोयल और कोलकाता के सिद्धार्थ तिवारी ने किया।
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यहां बता दें कि इससे पहले भारत ने इस मुकाबले में 3 बार 4-4 स्वर्ण पदक जीता था। गौर करने वाली बात है कि लिस्बन में भाग लेने वाले कुल 396 छात्रों में से सिर्फ 42 छात्रों को ही स्वर्ण पदक मिला है।