नई दिल्ली । भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी की अध्यक्षता वाली प्राक्कलन समिति ने बैकों के बढ़ते कर्ज के मुद्दे पर जानकारी के लिए मंगलवार को मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से इस्तीफा देने वाले अरविंद सुब्रमण्यम के साथ-साथ ईडी और सीबीआई के अधिकारियों को बुलाया था। इस दौरान बैकों के बढ़ते एनपीए पर बातचीत के लिए वित्त सचिव हंसमुख आदिया और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर समेत वित्त मंत्रालय के कई अफसरों को बुलाया गया था। खबरों के अनुसार, बैठक के दौरान जब वित्त सचिव आदिया ने मुरली मनोहर जोशी को एनपीए की जानकारी देते हुए जीडीपी के बारे में कुछ कहा तो भाजपा के ये वरिष्ठ नेता भड़क उठे। उन्होंने वित्त सचिव को कड़े अंदाज में कहा कि मेरा जन्म 5 जनवरी, 1934 को हुआ था जबकि जीडीपी का 4 जनवरी, 1934 को हुआ था इसलिए मैं जीडीपी को जन्म से फॉलो कर रहा हूं। इसलिए मुझे GDP के बारे मत बताइए।
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30 सदस्यी समिति ने उठाए कई सवाल
बता दें कि इस बैठक के दौरान 30 सदस्यीय समिति के सदस्यों ने बैंकिंग क्षेत्र में बढ़ते एनपीए और एनपीए के कारण उत्पन होने वाले संकट पर कई सवाल उठाए । बैठक में वित्त सचिव हंसमुख आदिया और आरबीआई के डिप्टी गवर्नर समेत वित्त मंत्रालय के कई वरिष्ठ अफसरों को बुलाया गया करीब 4 घंटे तक चली इस बैठक में समिति सदस्यों ने उन बैंकों के बोर्ड मीटिंग्स के मिनट्स और दस्तावेज मांगें जिनमें बड़े बैंक कर्ज को मंजूरी दी गई थी।
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शिकायतों की जांच किस स्तर पर पहुंची
वहीं इस बैठक में ईडी निदेशक करनैल सिंह और सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को भी बुलाया गया था। उन्हें बुलाए जाने के बारे में खबर है कि इन दोनों अफसरों को आने वाले दिनों में समिति को जानकारी देनी होगी कि बैंकों के द्वारा दिए वो लोन जो एनपीए हो चुके हैं और बैंकिंग बोर्ड में जिन अधिकारियों के खिलाफ शिकायत आई है, उनकी जांच किस स्तर पर की जा रही है।
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