मुंबई । देश में कोरोना की नई लहर ने ''आतंक'' मचाया हुआ है । एक बार फिर से राज्यों में हजारों की संख्या में कोरोना के नए मरीज सामने आ रहे हैं । महाराष्ट्र सरकार मौजूदा हालात को देखते हुए एक बार फिर से लॉकडाउन लगाने पर गंभीरता से विचार कर रही है । वहीं सरकार ने सख्त गाइडलाइन भी बनाई है , बावजूद इसके अस्पताल में लापरवाही के चलते कोरोना के 7 मरीजों की मौत हो गई है । अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते इन मरीजों के समय रहते मदद नहीं मिल पाई । हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इस आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि जो मरीज मारे गए हैं वह दूसरी बीमारियों से भी ग्रसित थे और गंभीर रूप से बीमार होकर उनके अस्पताल में आए थे ।
बता दें कि मुंबई के नालासोपारा के एक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 7 मरीजों की मौत होने की खबर सामने आ रही है । लोगों की मौत पर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया । उनका कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी थी , लेकिन इसके बारे में अस्पताल प्रबंधन ने किसी को नहीं बताया । समय रहते उनके मरीजों को ऑक्सीजन नहीं दी जा सकी , जिसके चलते मरीजों की मौत हो गई ।
हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा है कि हमारे यहां गंभीर रूप से बीमार मरीज ही आते हैं । जिन मरीजों की मौत की बात सामने आई है , वहीं दूसरी बीमारियों से भी गंभीर रूप से ग्रसित थे । इन लोगों की उम्र भी थी । अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की मौत के दावों को उन्होंने खारिज करते हुए कहा , उनपर लगे आरोप बेबुनियाद हैं ।
विदित हो कि शुरुआत से ही महाराष्ट्र में कोरोना की कहर कुछ ज्यादा ही नजर आया है । पहले चरण में भी मुंबई समेत कुछ जिलों में कोरोना के मरीजों की संख्या देश में सबसे ज्यादा नजर आ रही थी और अब जब कोरोना की दूसरी लहर नजर आ रही है , इस बार भी महाराष्ट्र पर ही ज्यादा असर पड़ रहा है ।
इस समय महाराष्ट्र के 12 ऐसे जिले हैं , जहां कोरोना का संक्रमण ज्यादा नजर आ रहा है । इन जिलों के सभी अस्पतालों में मौजूद बैड पूरी तरह से भरे हुए हैं । राज्य में जिस तरह से कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है , उसपर अगर लगाम नहीं लगी तो आने वाले दिनों में मुंबई में भारी आफत आएगी ।