नई दिल्ली । देश में पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब इसके विकल्प पर भी बातें शुरू हो गई हैं । इस सबके बीच केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने वाहनों में पेट्रोल डीजल के बजाए इथेनॉल के इस्तेमाल पर जोर देते की बात कही है । उन्होंने कहा कि इथेनॉल - पेट्रोल डीजल की तुलना में ज्यादा किफायती और प्रदूषण मुक्त ईंधन है । इसके अलावा गडकरी ने बताया कि आने वाले कुछ ही दिनों में फ्लैक्स-फ्यूल इंजन भारत में अनिवार्य किए जाने वाले हैं. । फ्लैक्स-फ्यूल या फ्लैक्सिबल फ्यूल एक वैकल्पिक फ्यूल मोड है जो गैसोलीन, मिथेनॉल या इथेनॉल का मिश्रण है ।
असल में महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री गडकरी ने रशियन तकनीक का जिक्र किया । इस दौरान उन्होंने इस तकनीक की जानकारी दी , जिसके चलते पेट्रोल और इथेनॉल की क्लोरिफिक वेल्यू बराबर हो जाती है । गडकरी ने गन्ने की बड़ी पैदावार वाले इलाके पश्चिमी महाराष्ट्र की चर्चा करते हुए कहा कि, अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल पंप की जगह इथेनॉल पंप ले लेंगे ।
वह बोले - पेट्रोल का उपयोग ना करें.. बढ़ती कीमत को लेकर आपको घबराने की जरूरत नहीं है । इथेनॉल की कीमत 62 रुपए प्रति लीटर है और यह आयात का विकल्प होने के साथ पैसा वसूल और प्रदूषण मुक्त है।
प्रदूषण मुक्त वाहनों के प्रचार के लिए गडकरी दिल्ली में ग्रीन हाइड्रोजन कार का इस्तेमाल करेंगे । वह बोले - अगर कॉर्पोरेट सैक्टर से पहले कोऑनरेटिव सैक्टर हाइड्रोजन तकनीक का इस्तेमाल शुरू करता है जो इसे फायदा भी पहले मिलेगा ।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में पहले से 3 इथेनॉल पंप काम कर रहे हैं, इसके अलावा पश्चिम महाराष्ट्र में ऑटो-रिक्शा को 100 प्रतिशत इथेनॉल से चलाने का परमिट देने के लिए राज्य सरकार से आग्रह किया है ।
विदित हो कि पेट्रोल में इथेनॉल की ज्यादा मात्रा मिलने पर भारत का ईंधन आयात कम होगा । इतना ही नहीं इससे गन्ना किसानों के साथ शुगर मिल के मालिकों को भी फायदा होगा । टोयोटा और किर्लोसकर से अपनी हालिया मीटिंग की चर्चा करते हुए गडकरी ने कहा कि, “उन्होंने फ्लैक्स इंजन के साथ कारें बना ली हैं. फ्लैक्स इंजन 100 प्रतिशत पेट्रोल या इथेनॉल से चलते हैं. इसे यूरो 6 नियमों के हिसाब से तैयार किया गया है और मैं भारत में इसे अनिवार्य करने वाला हूं ।