नई दिल्ली । मोदी सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ स्कीम का विरोध हो रहा है । हालांकि इसे नजरअंदाज करते हुए सरकार ने साफ कर दिया है कि यह योजना भारत के भविष्य के लिए अहम है । इस सबके बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अग्निपथ योजना को लेकर कहा कि आज हमारे पड़ोसी देशों के हालात बदल रहे हैं । ऐसे में यह सिर्फ एक योजना ही नहीं है, बल्कि इसे भविष्य को देखकर लाई गई एक स्कीम है । उन्होंने कहा कि हालात के मुताबिक बदलाव जरूरी है । अजीत डोभाल ने इसे एक जरूरी कदम बताया ।
इस दौरान वह बोले - जो हम कल कर रहे थे अगर वही भविष्य में भी करते रहे तो हम सुरक्षित रहेंगे ये जरूरी नहीं । यदि हमें कल की तैयारी करनी है तो हमें परिवर्तित होना पड़ेगा । आवश्यक इसलिए था क्योंकि भारत में, भारत के चारों तरफ माहौल बदल रहा है । उन्होंने कहा कि आज दुनियाभर में युद्ध लड़ने का तरीका बदला है । इस सरकार में सेना को लेकर काम हो रहा है । हमलोग यंग आर्मी तैयार करना चाहते है, दुनिया भर में युद्ध लडने का तरीका बदला है । ऐसे में सरकार भविष्य को लेकर इसे लाई है । इस सरकार में सेना को लेकर काम हो रहा है । उन्होंने कहा कि भारतीय सेना की औसत उम्र ज्यादा है । पीएम की प्राथमिकता देश का सुरक्षा है ।
वह बोले - सेना में जाने वाले की उम्र फ्रेश होती है. अब कास्ट बेंस रेजिमेंट बहुत कम बचा हुआ है । डोभाल ने आगे कहा कि हमारे पडोस के हालत खराब है । प्रधानमंत्री मोदी जब सत्ता में आए तो उनकी प्राथमिकता देश को सुरक्षित और मजबूत करने की थी । उन्होंने इसके लिए बहुत से फैसले लिए ।
उन्होंने कहा कि पिछले 8 सालों में आपने देखा होगा कि पीएम मोदी देश में बदलाव के लिए कई काम कर रहे हैं । कई नई योजनाएं देश के विकास के लिए लाई गई हैं । पहले के समय में राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं होने के चलते कई काम लटके रहते थे , योजनाएं सामने आती ही नहीं थी। इस सबके चलते ही देश में कई सुधार के कार्य नहीं हो पा रहे थे ।
वह बोले - सरकार ने अपनी सेना के लिए काफी हथियारों में बदलाव किया है । पुराने हथियारों को अब दुनिया की नई तकनीक से विकसित हथियारों से बदला जा रहा है ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आज हमारी सेना की औसत उम्र ज्यादा है । हम दुनिया की सबसे यंग जनसंख्या वाला देश हैं लेकिन हमारी सेना बूढ़ी है । हमें इसमें सुधार लाना है । उन्होंने कहा कि जो अग्निवीर चुने जाएंगे , वह पहले चार साल में बहुत कुछ सीखेंगे । इनमें से जो आगे सेवा जारी रखने के लिए चुने जाएंगे उन्हें बाद में और ज्यादा ट्रेनिंग मिलेगी , इससे सेना में धीरे धीरे युवा सेना का संतुलन बनेगा । उन्होंने कहा कि हमारी सेना सबसे ज्यादा औसत उम्र की है । उन्होंने कहा कि कल की तैयारी के लिए हमें बदलना होगा । वह बोले , सेना में जाने वाला हर जवान युवा होता है , कोई भी जवान अनुभव के साथ अपना करियर शुरू नहीं करता है , एक समय सभी जवान होते हैं ।