नई दिल्ली । अब देश में पासपोर्ट बनवाना और आसान हो गया है । अब लोगों को पासपोर्ट बनवाने में लगने वाले लंबे समय की परेशानी से दो चार नहीं होगना पड़ेगा । असल में विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम (Passport Seva Programme) के लिए डिजी लॉकर प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है । इसके तहत पासपोर्ट बनवाने वालों को आवेदन के समय सारे मूल कागजात दिखाने की जरूरत नहीं होगी । सरकार ने अब डिजी लॉकर प्रोग्राम के जरिए पासपोर्ट बनवाने की पूरी प्रक्रिया को और आसान कर दिया गया है ।
बता दें कि लोगों को पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया में विदेश मंत्रालय ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं । एक तरफ पासपोर्ट नियमों को काफी सरल किया गया है दूसरी तरफ उनके घर के पास भी पासपोर्ट बनवाने की व्यवस्था की गई है ।
इस पूरे मामले पर विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन (v Muraleedharan) का कहना है कि पासपोर्ट सेवा प्रोग्राम देश में पासपोर्ट सेवाओं के विस्तार की दिशा में बहुत बड़ा परिवर्तन है । यही कारण है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में पासपोर्ट बनवाना न केवल बहुत आसान हो गया है बल्कि आवेदन करने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है । 2017 में पहली बार एक महीने में 10 लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया था ।
विदित हो कि सरकार ने अब प्रधान डाकघरों में पासपोर्ट सेवा केंद्र शुरू कर दिये गए हैं । सरकारी आंकड़ों के अनुसार , देश के 426 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) चालू हो चुके हैं और जल्द ही कई और आने वाले हैं । वर्तमान में 36 पासपोर्ट कार्यालय और 93 मौजूदा पासपोर्ट सेवा केंद्र के साथ 426 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र से पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं । इसी क्रम में देश में मौजूदा स्थिति में ई-पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया भी चल रही है, जो जल्द शुरू होगी ।