Friday, April 19, 2024

Breaking News

   एमसीडी में एल्डरमैन की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर SC 8 मई को करेगा सुनवाई     ||   यूक्रेन से युद्ध में दिसंबर से अब तक रूस के 20000 से ज्यादा लड़ाके मारे गए: अमेरिका     ||   IPL: मैच के बाद भिड़ गए थे गौतम गंभीर और विराट कोहली, लगा 100% मैच फी का जुर्माना     ||   पंजाब में 15 जुलाई तक सरकारी कार्यालयों में सुबह 7:30 बजे से दोपहर दो बजे तक होगा काम     ||   गैंगस्टर टिल्लू की लोहे की रोड और सूए से हत्या, गोगी गैंग के 4 बदमाशों ने किया हमला     ||   सुप्रीम कोर्ट ने 'द केरल स्टोरी' पर बैन लगाने की मांग वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई से किया इनकार     ||   नीतीश कटारा हत्याकांड: SC में नियमित पैरोल की मांग करने वाली विशाल यादव की याचिका खारिज     ||   'मैंने सिर्फ इस्तीफा दिया है, बाकी काम करता रहूंगा' नेताओं के मनाने पर बोले शरद पवार     ||   सोनिया गांधी दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में भर्ती    ||   कर्नाटक हिजाब केस में SC ने तुरंत सुनवाई से इंकार किया    ||

पीएम मोदी कांग्रेस - राहुल समेत विपक्षी दलों पर जमकर बरसे , बोले - आ जाए जिसने मां का दूध पिया है....! पढ़ें 21 बड़ी बातें

अंग्वाल न्यूज डेस्क
पीएम मोदी कांग्रेस - राहुल समेत विपक्षी दलों पर जमकर बरसे , बोले - आ जाए जिसने मां का दूध पिया है....! पढ़ें 21 बड़ी बातें

न्यूज डेस्क । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को लंबे समय बाद संसद में अपने विपक्षी दलों की , अपनी चुटीली शैली में , शब्दों से जमकर धुलाई की । पीएम मोदी ने करीब पौने दो घंटे के अपने भाषण में कांग्रेस - राहुल गांधी समेत विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा । उन्होंने राहुल गांधी के पिछले दिनों दिए गए भाषणों पर चुटकी लेते हुए उन्हें करारा जवाब भी दिया । वह बोले - राहुल गांधी ने लाल चौक पर झंडा फहराया तो देख लिया होगा , वहां कितना अमन शांति है , लेकिन जब मैंने वहां झंडा फहराया था तो आतंकियों ने वहां धमकाने वाले पोस्टर लगाए थे। उस दौरान मैंने मैंने आतंकियों को चुनौती दी थी, हमें रोकने के लिए आ जाएं , जिसने मां का दूध पिया है । 

अब तो दुश्मन देश का बारूद भी सलामी दे रहा था

संसद में पीएम मोदी ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि बीती शताब्दी के उत्तरार्ध में मैं भी जम्मू-कश्मीर में यात्रा ले गया था । उन्होंने कहा कि तब मैं अपने साथ लाल चौक में तिरंगा फहराने का संकल्प लेकर गया था । उस वक्त आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं किसने अपनी मां का दूध पीया है जो लाल चौक पर झंडा फहराता है । उस दिन 24 जनवरी था । तब मैंने भरी सभा में कहा था कि आतंकी कान खोलकर सुन लें  कि मैं 26 जनवरी को ठीक 11 बजे  लाल चौक आऊंगा । बगैर सुरक्षा के, बगैर बुलेट प्रूफ जैकेट के आऊंगा और फैसला लाल चौक पर होगा । किसने अपनी मां का दूध पीया है....वो समय था । वहां आज जो अमन-चैन कायम हुआ है । लोग वहां चैन से जी सकते हैं.. सैकड़ों की तादाद में वहां जा सकते हैं । उन्होंने कहा कि ये माहौल हमने दिया है. पर्यटन की दुनिया में कई दशकों के बाद रिकॉर्ड टूटे हैं ।  जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र का उत्सव मनाया जा रहा है । 

पढ़ें पीएम मोदी के भाषण की 25 बड़ी बातें ....

1- पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि पिछले नौ वर्षों में रचनात्मक आलोचना के बजाय बाध्यकारी आलोचकों ने कब्जा कर लिया है । कांग्रेस ने कहा कि भारत की बर्बादी हार्वर्ड में एक केस स्टडी होगी ।  हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में हार्वर्ड ने एक महत्वपूर्ण अध्ययन किया । विषय का नाम था द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी । 

2- उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि कल मैंने देखा कि कुछ लोगों के भाषणों से पूरा इकोसिस्टम खुश हो गया । कुछ लोग बहुत खुश थे, "ये हुई ना बात (ऐसा होना चाहिए)" । 

3- वह बोले - जो लोग अहंकार के नशे में चूर हैं और सोचते हैं कि उन्हें ही ज्ञान है, उन्हें लगता है कि मोदी को गाली देने से ही रास्ता निकलेगा, कि मोदी पर झूठे, बेतुके कीचड़ उछालने से ही रास्ता निकलेगा । पिछले नौ साल विपक्ष ने आरोप लगाने में गंवाए, इस दौर में रचनात्मक आलोचना की जगह बाध्यकारी आलोचना ने ले ली । लोग जानते हैं कि मोदी संकट के समय उनकी मदद के लिए आए हैं, वे आपकी गालियों और आरोपों से कैसे सहमत होंगे । करोड़ों लोगों का विश्वास मेरा सुरक्षा कवच है, इसे आपके (विपक्ष) गालियों, आरोपों से नहीं तोड़ा जा सकता । 

4- उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा - निराशा में डूबे चंद लोग देश की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं । उन्हें देश के लोगों की उपलब्धियां नहीं दिखतीं । यह देश के 140 करोड़ लोगों के प्रयासों का नतीजा है जिससे भारत का नाम हो रहा है । वे उन उपलब्धियों को नहीं देखते हैं । 

5- उन्होंने कहा - 2004 से 2014 एक खोया हुआ दशक था, वर्तमान को भारत के दशक के रूप में जाना जाएगा । 2004 से 2014 के बीच यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) ने हर अवसर को समस्या में बदल दिया । जब दुनिया प्रौद्योगिकी में प्रगति कर रही थी, तब वे 2जी घोटाले में फंस गए थे। 

6- लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष खुद का खंडन करता रहता है, वे कहते हैं कि भारत कमजोर है और फिर आरोप लगाते हैं कि भारत दूसरे देशों पर दबाव बना रहा है । उन्होंने फिर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ हार्वर्ड ही नहीं, दुनिया की तमाम बड़ी यूनिवर्सिटी कांग्रेस के पतन पर स्टडी करेंगी । 

 


7- यहां सभी ने अपनी-अपनी बात रखी और तर्क रखे । वे अपनी रुचि, स्वभाव और विश्वदृष्टि के अनुसार बोले. उन्हें समझने की कोशिश में यह भी ख्याल आता है कि कौन कितना काबिल है, किसमें क्या काबिलियत है और किसकी क्या नीयत है । देश उनका मूल्यांकन भी कर रहा है ।

8- विभाजित दुनिया और अस्थिर वैश्विक माहौल के बीच जिस तरह से यह आगे बढ़ा है, उससे देश बेहद आश्वस्त है । 140 करोड़ भारतीयों का जोश किसी भी चुनौती से ज्यादा मजबूत है. फिर भी कुछ लोग इन सब बातों से परेशान हैं। उन्हें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए। 

9- पीएम ने कहा - इस बार मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति जी को बधाई भी देना चाहता हूं । गणतंत्र की मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति न सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि देश की करोड़ों बेटियों के लिए प्रेरणा का भी एक बड़ा अवसर है । 

10 - भारत के डिजिटल बुनियादी ढांचे ने कुछ तेजी से प्रगति की है । दुनिया ने "डिजिटल इंडिया" को नोटिस किया है. एक समय था जब हमारा देश बुनियादी तकनीकों के लिए भी संघर्ष करता था । यूपीए का ट्रेडमार्क 2004-2014 से हर अवसर को संकट में बदलने देना था । 

11- वर्ष 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की प्रगति को दुनिया के सामने दिखाने का अवसर आया, लेकिन वह भी एक बड़े घोटाले में बदल गया । वोट बैंक की राजनीति ने देश को नुकसान पहुंचाया, भारत के विकास में देरी की; मध्यम वर्ग की उपेक्षा की गई लेकिन एनडीए सरकार ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की । 

12 - वंचितों, गरीबों, आदिवासियों के कल्याण के लिए काम करना हमारी प्राथमिकता है; यही हमारा मिशन है । वह बोले - सेना शौर्य दिखाती है तो उसकी आलोचना करते हैं । अगर जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करती हैं, तो वे उन पर हमला करते हैं । 

13 वह बोले - लोगों का मोदी पर भरोसा अखबारों की सुर्खियों या टीवी विजुअल्स की वजह से नहीं बल्कि मेरे वर्षों के समर्पण की वजह से है। 

14- भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर ने जिस गति से अपनी ताकत दिखाई है और आधुनिकता की दिशा में बदलाव किया है, उसका अध्ययन पूरी दुनिया कर रही है । मैं जी20 शिखर सम्मेलन के लिए बाली में था । डिजिटल इंडिया की हर जगह सराहना हो रही थी और उत्सुकता थी कि देश ऐसा कैसे कर रहा है। 

15 - महामारी के दौरान टीकाकरण कार्यक्रम का विशाल परिमाण एक स्थिर और निर्णायक सरकार का एक उदाहरण है. हमने 'मेड इन इंडिया' वैक्सीन विकसित की और नागरिकों को टीकों की मुफ्त खुराक प्रदान की । आज दुनिया भर के कई देश विभिन्न विश्व मंचों से महामारी के दौरान 150 से अधिक देशों को भारत की मदद की प्रशंसा करते हैं । 

16 - आज विश्व की सभी विश्वसनीय संस्थाएं, वैश्विक प्रभावों का गहराई से अध्ययन करने वाले और भविष्य के लिए भविष्यवाणियां करने वाले सभी विशेषज्ञ भारत के लिए बहुत आशान्वित और उत्साहित हैं. ऐसा क्यों हो रहा है? पूरी दुनिया भारत की तरफ उम्मीद से क्यों देख रही है?

17 - पिछले 9 साल में 90,000 स्टार्टअप सामने आए हैं. स्टार्टअप्स में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं. एक विशाल स्टार्टअप इकोसिस्टम देश के कोने-कोने में पहुंच गया है । आज हमारे पास स्थिर और निर्णायक सरकार है । 

18 - भारत एक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहा है, दुनिया भारत के विकास में अपनी समृद्धि देखती है लेकिन कुछ लोग इसे स्वीकार नहीं करना चाहते हैं । आज पूरे विश्व में भारत के लिए सकारात्मकता है, आशा है, विश्वास है । हर्ष की बात है कि आज भारत को #G20 अध्यक्षता का अवसर प्राप्त हुआ है. यह देश के लिए, 140 करोड़ भारतीयों के लिए गर्व की बात है. लेकिन मुझे लगता है कि इससे भी कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है। 

19 - हल्के-फुल्के पल और बहसें सदन की कार्यवाही का हिस्सा होती हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एक देश के रूप में हमारे पास ऐसे अवसर हैं जिन पर हमें गर्व है और राष्ट्रपति का भाषण 140 करोड़ से अधिक भारतीयों द्वारा इसका जश्न मनाने का संकेत देता है । वह बोले- आज भारत का डिजिटल ढांचा गेम चेंजर है । 

20- जब राष्ट्रपति का अभिभाषण चल रहा था तो कुछ लोगों ने इससे परहेज किया. एक कद्दावर नेता ने राष्ट्रपति तक का अपमान किया । मैं कल देख रहा था. कुछ लोगों के भाषणों के बाद कुछ लोग खुशी से कह रहे थे, "ये हुई ना बात." शायद वे अच्छी तरह से सोए और (समय पर) नहीं उठ सके. उनके लिए कहा गया है, "ये कह कह कर हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं"

21- पीएम मोदी ने कहा कि जब श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया, तब मीडिया के लोग सवाल करने लगे कि पहले यहां ऐसे नहीं होता था । आज वहां ऐसी शांति है कि वहां चैन से जा सकते हैं । 

Todays Beets: