नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के एक नए बयान ने फिर से सियासी बवाल खड़ा कर दिया है । राहुल गांधी ने एक ट्वीट करते हुए लिंचिंग के मामले को उठाया । उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि वर्ष 2014 से पहले लिंचिंग शब्द किसी ने सुना नहीं था । शुक्रिया मोदी जी...। राहुल गांधी के इस बयान का उनकी पार्टी के कई नेताओं ने समर्थन किया है । हालांकि उनके इस बयान के बाद भाजपा ने न केवल राजीव गांधी को इस मुद्दे पर घसीटी बल्कि कांग्रेस को सिख दंगों को लेकर भी आड़े हाथ लिया । भाजपा सोशल मीडिया सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि लिंचिंग के जनक तो खुद राजीव गांधी थे ।
विदित हो कि राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पंजाब में दो जगहों पर दो युवकों की जमकर पिटाई गई है , जिसे लिंचिंग का नया उदाहरण कहा जा रहा है । इस पूरे हंगामे के बीच पंजाब की कांग्रेस शासित चन्नी सरकार बचाव में बयान देती नजर आ रही है , वहीं राहुल गांधी ने इस लिंचिंग का जिम्मेदार केंद्र की मोदी सरकार को ठहराया है। उन्होंने अपने एक ट्वीट में लिखा - वर्ष 2014 से पहले लिंचिंग शब्द सुनने में भी नहीं आता था , शुक्रिया मोदी जी ।
उनके इस बयान के बाद सियासत गर्मा गई है । भाजपा ने कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है । भाजपा की सोशल मीडिया सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कुछ शहरों के साथ वर्षों का उल्लेख करते हुए लिखा कि यह एक छोटी सी सूची है जिसमें नेहरू गांधी परिवार की निगरानी में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई । उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा - मिलिए... राजीव गांधी से , जो लिंचिंग के जनक थे ।
पढ़ें अमित मालवीय का यह ट्वीट.....
विदित हो कि पिछले दिनों पंजाब के कपूरथला और अमृतसर में लिंचिंग के दो मामले सामने आए । रविवार को कपूरथला में एक युवक को गुरुद्वारे में पीट पीटकर मार दिया गया । उस पर निशान साहिब का अपमान करने का आरोप लगा था । इसी क्रम में स्वर्ण मंदिर में भी एक शख्स ग्रिल फांदकर पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब रखी हुई जगह पर कूद गया था । उसने वहां रखी तलवार तक उठा ली थी , लेकिन लोगों ने उसे पकड़क जमकर पीटा था , जिसकी बाद में मौत हो गई ।