नई दिल्ली । कोरोना काल में केंद्र की मोदी सरकार के फैसलों पर कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं । पिछले कुछ समय से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं । कोरोना के बाद चीन के साथ सीमा विवाद और 20 भारतीय जवानों के शहीद होने के मुद्दे को कांग्रेस जमकर राजनीतिक रंग देते हुए इसे मुद्दे को भुनाने की कोशिश में जुटी है । इस सबके बीच हाल में केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा किया कि कांग्रेस चीन के मुद्दे पर इसलिए मुखर है क्योंकि उनकी राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को चीन से फंडिंग मिलती है । कानून मंत्री ने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने पैसे दिए , कांग्रेस ये बताए कि ये प्रेम कैसे बढ़ गया, इनके कार्यकाल में ही चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया ।
बता दें कि भाजपा (BJP) ने राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) को लेकर कांग्रेस पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं । भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ने 2008 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक समझौता किया था, जिसमें राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हस्ताक्षर किए और सोनिया गांधी पीछे खड़ी थी । चीन (China) की कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस के बीच रिश्ते पर सवाल उठाते हुये केन्द्रीय कानून मंत्री (Ravi shankar Prasad) और वरिष्ठ भाजपा नेता ने पूछा कि आखिर पार्टी से पार्टी का रिश्ता क्यों बना? रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ये बताएं कि मनमोहन सिंह के सरकार के 10 साल में कितने ऐसी पार्टियो के साथ एमओयू साइन किया है ।
बता दें कि तिब्बत की गलवान घाटी में पिछले दिनों भारत और चीनी जवानों के बीच हिंसा हुई , जिसमें जहां 20 भारतीय जवान शहीद हुए वहीं उन्होंने मरते मरते चीन के करीब 45 जवानों को मार गिराया । इस मुद्दे पर जहां चीन की सरकार ने चुप्पी साधी है , वहीं भारतीय पीएम मोदी ने इसे लेकर खुलकर बयान दिया । उन्होंने कहा कि भारतीय सीमा पर कोई कब्जा नहीं है । लेकिन उनका बयानों में से बात निकालकर कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने लगातार पीएम मोदी और उनकी सरकार को आड़े हाथों लिया । उन्होंने सवाल उठाए कि जब भारतीय जमीन पर कब्जा हुआ ही नहीं तो फिर तिब्बत में हिंसा कैसे हुई , हमारे जवान कैसे मारे गए ।
इस सबके बीच कांग्रेस समेत कुछ अन्य विपक्षी नेताओं ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा । हालांकि भाजपा भी इस सब के बीच कांग्रेस पर लगातार हमलावर है । अब भारतीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पूर्व प्रधानमंत्री के नाम से कांग्रेसियों द्वारा बनाए गए राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर सवाल उठाए हैं । राजीव गांधी के विजन को पूरा करने के लिए वर्ष 1991 में इसका गठन किया गया था ।
इस सबके बीच कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दावा करते हुए कहा है कि चीन ने राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए फंडिंग की है । राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन ने पैसे दिए , कांग्रेस ये बताए कि ये प्रेम कैसे बढ़ गया, इनके कार्यकाल में ही चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया । एक कानून है जिसके तहत कोई भी पार्टी बिना सरकार की अनुमति के विदेश से पैसा नहीं ले सकती , कांग्रेस स्पष्ट करे कि इस डोनेशन के लिए क्या सरकार से मंजूरी ली गई थी?
उन्होंने कहा कि राजीव गांधी फाउंडेशन के लिए डोनर की सूची है 2005-06 की , जिसमें चीन के एम्बेसी ने डोनेट किया , ऐसा साफ लिखा है । ऐसा क्यों हुआ? क्या जरूरत पड़ी? इसमें कई उद्योगपतियों,पीएसयू का भी नाम है । क्या ये काफी नहीं था कि चीन एम्बेसी से भी रिश्वत लेनी पड़ी । उन्होंने दावा किया कि चीन से फाउंडेशन को 90 लाख की फंडिंग की गई ।
बता दें कि इस फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं. वहीं न्यासीगणों में डॉ. मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम, मोंटेक सिंह अहलूवालिया, सुमन दुबे, राहुल गांधी, डॉ. शेखर राहा, प्रो एम. एस. स्वामीनाथन, डॉ. अशोक गांगुली, संजीव गोयनका और प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम है ।