नई दिल्ली । केरल हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है , जिसमें कहा गया है कि सबरीमाला स्थित विश्वविख्यात भगवान अयप्पा के मंदिर में ‘अरावणा’ और ‘अप्पम’ प्रसाद तैयार करने में ‘हलाल गुड़’ का इस्तेमाल किया जा रहा है । याचिकाकर्ता एस जे आर कुमार ने इन आरापों के साथ ही केरल हाई कोर्ट में बुधवार को एक याचिका दाखिल कर इसपर तत्काल रोकने की अपील की । इस याचिका का संज्ञान लेते हुए अब हाई कोर्ट ने गुरुवार तक सबरीमाला के स्पेशल कमिश्नर से इस मुद्दे पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है ।
विदित हो कि याचिकाकर्ता एसजेआर कुमार ने केरल हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDB) और फूड सेफ्टी कमिश्नर, केरल के लिए एक निर्देश जारी करने की मांग की है । याचिकाकर्ता का कहना है कि सबरीमाला मंदिर में अशुद्ध हलाल गुड़ से बने ‘अरावणा’ और ‘अप्पम’ का वितरण तत्काल रोका जाए और नेवैद्यम या प्रसाद बनाने के लिए आगे इसका उपयोग नहीं किया जाए ।
आपको बता दें कि अयप्पा मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को गुड़ और चावल से बना ‘अरावणा’ पायसम और ‘अप्पम’ प्रसाद दिया जाता है , जिसमें हलाल गुड़ के इस्तेमाल किए जाने की खबरों के बाद विवाद गहरा गया है ।
बहरहाल , यह मुद्दा इन दिनों इसलिए ज्यादा गंभीर हो गया है क्योंकि इस मंदिर की दो महीने चलने वाली वार्षिक मंडलम-मकराविलाक्कू यात्रा शुरू हो गई है । इस दौरान हजारों श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं । इन श्रद्धालुओं को ही यह प्रसाद दिया जाता है , जिसका निर्माण हलाल गुड़ से तैयार किए जाने की बात कही गई है ।
बता दें कि इस याचिका पर सुनवाई के दौरान टीडीबी और केरल के फूड सेफ्टी कमिश्नर ने जस्टिस अनिल के नरेंद्रन और जस्टिस पीजी अजीत कुमार की पीठ को बताया कि ‘उन्नियप्पम’ और ‘अरावणा’ बनाने में इस्तेमाल होने वाले गुड़ की क्वालिटी पम्पा की प्रयोगशाला में परखी जा रही है । अब टीडीबी के सचिव और केरल के फूड सेफ्टी कमिश्नर, केरल के निर्देश गुरुवार को अदालत में रखे जाएंगे ।