नई दिल्ली । विश्वकप टीम में शामिल नहीं होने से आहत क्रिकेटर अंबाती रायडू ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूप से सन्यास ले लिया । रायडू ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया (BCCI) को पत्र लिखकर रिटायरमेंट के बारे में अवगत कराया है । वर्ल्ड कप-2019 में दो भारतीय खिलाड़ियों के चोटिल होने के बावजूद मौका नहीं मिलने से अंबति रायडू आहत हुए और इसी के चलते उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी । हालांकि विश्वकप क्रिकेट में उनके प्रदर्शन को देखते हुए उनके प्रशंसकों समेत खुद अंबाती को विश्वास था कि वह उनका चयन विश्वकप के लिए होगा ।
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बता दें कि विश्वकप की टीम घोषणा के समय रायुडू के स्थान पर ऑलराउंडर विजय शंकर को तरजीह दी गई थी । विश्व कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान हुआ था उस समय विजय शंकर को सेलेक्टर्स ने 3D प्लेयर मतलब- बॉलिंग,बैटिंग और फील्डिंग करने में माहिर बताया था । रायडू को वर्ल्ड कप से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के लिए रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर रखा गया था । शिखर धवन के विश्व कप से बाहर होने के बाद भारतीय टीम प्रबंधन ने ऋषभ पंत को चुना । इसके बाद ऑलराउंडर विजय शंकर को पैर के अंगूठे में फ्रैक्चर के कारण वर्ल्ड कप से बाहर निकालने के बाद मयंक अग्रवाल को चुना गया ।
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इस सब से आहत होकर इस दमदार खिलाड़ी ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को समाप्तन करने का फैसला ले लिया है । 33 साल के अंबति रायडू ने भारत की ओर से 55 वनडे में 47.05 की औसत से 1694 रन बनाए हैं. जिनमें उनके 3 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं ।
अंबति रायडू ने 6 टी-20 इंटरनेशनल में भी टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया है । रायडू ने अपना वनडे डेब्यू जुलाई 2013 में किया था। विश्व कप के लिए चौथे स्थान पर अपनी दावेदारी मजबूत करने के लिए रायडू प्रथम श्रेणी क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके थे । उन्होंने अब तक कोई टेस्ट नहीं खेला है।