नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने खिलाड़ियों के लिए नया कांट्रेक्ट सिस्टम लागू कर दिया है। इस सिस्टम में भारतीय पुरुष टीम और भारतीय महिला टीम के लिए के लिए एक नई केटेगरी शुरू की गई है। भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम की ग्रेडिंग में ए़ प्लस जोड़ा गया है जबकि महिला टीम में ग्रेड सी को जोड़ा गया है। बता दें कि बीसीसीआई ने हालिया विवाद के बाद तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को अनुबंध लिस्ट से बाहर कर दिया है। गौर करने वाली बात है कि बीसीसीआई ने हर साल की तरह इस साल भी अपनी कांट्रेक्ट लिस्ट जारी की है।
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह को ए + श्रेणी में शामिल किया गया है वहीं विराट कोहली, शिखर धवन और रोहित शर्मा को ए प्लस केटेगरी में रखा गया है। वहीं भारत के सबसे सफल कप्तान रहे टीम इंडिया के ‘मिस्टर कूल’ एमएस धोनी को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उनकी केटेगरी डाउन कर उन्हें ए श्रेणी में रखा गया है। ए प्लस केटेगरी वाले खिलाड़ियों को बीसीसीआई की तरफ से सालाना 7 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। यहां बता दें कि नया कान्ट्रेक्ट लागू होने के बाद घरेलू खिलाड़ियों को भी काफी फायदा हुआ है। उनकी मैच फीस में 200 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बीसीसीआई के लिए गठित प्रशासकीय समिति (सीओए) ने सालाना कांट्रेक्ट सिस्टम की घोषणा की। इस कांट्रेक्ट की अवधि अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक है।
सीओए का मानना है कि भारतीय क्रिकेट को पहचान मिलने की जरुरत है और इसके लिए उसका फीस स्ट्रक्चर विश्व के अन्य बोर्ड से बेहतर होना चाहिए।
नए कांट्रेक्ट के मुताबिक पेमेंट का स्ट्रक्चर इस प्रकार है
टीम इंडिया (सीनियर पुरुष)
समयावधि- अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तकग्रेड ए़ + के खिलाड़ियों को 7 करोड़ रुपए मिलेंगे।
ग्रेड ए के खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपए मिलेंगे।
ग्रेड बी के खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपए मिलेंगे।
ग्रेड सी के खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपए मिलेंगे।
टीम इंडिया (सीनियर महिला)
समयावधि- अक्टूबर 2017 से सितंबर 2018 तक
ग्रेड ए की महिला क्रिकेटरों को 50 लाख रुपए मिलेंगे।
ग्रेड बी की महिला क्रिकेटरों को 30 लाख रुपए मिलेंगे।
ग्रेड सी में शामिल महिला क्रिकेटरों को 10 लाख रुपए मिलेंगे।
3) घरेलू क्रिकेट (सत्र 2017-18)
घरेलू क्रिकेटरों की मैच फीस बढ़ाने और अपफ्रंट पेमेंट मॉडल अपनाने पर ध्यान
डोमेस्टिक मैच फीस स्ट्रक्चर में सभी केटेगरी में 200 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
घरेलू क्रिकेटरों को भी मिला बंपर फायदा
पुरुष घरेलू क्रिकेट (फीस प्रति दिन)
केटेगरी- अंतिम एकादश और सुरक्षित खिलाड़ी
सीनियर खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 35,000 रुपए जबकि सुरक्षित खिलाड़ी होने पर 17,500 रुपए मिलेंगे।
अंडर-23 के क्रिकेटरों को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 17,500 रुपए मिलेंगे जबकि सुरक्षित खिलाड़ी रहने पर 8,750 रुपए मिलेंगे।
अंडर-19 क्रिकेटर को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 10,500 रुपए मिलेंगे, जबकि सुरक्षित होने पर 5,250 रुपए मिलेंगे।
अंडर-16 क्रिकेटर को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 3,500 रुपए मिलेंगे जबकि सुरक्षित रहने पर 1,750 रुपए मिलेंगे।
वहीं महिला घरेलू क्रिकेटरों को प्रति दिन इस प्रकार फीस मिलेगी।
सीनियर महिला क्रिकेटर को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 12,500 रुपए जबकि सुरक्षित खिलाड़ी रहने पर 6,250 रुपए मिलेंगे।
अंडर-23 महिला क्रिकेटर को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 5,500 रुपए और सुरक्षित रहने पर 2,750 रुपए मिलेंगे।
अंडर-19/16 की महिला क्रिकेटरों को अंतिम एकादश में शामिल होने पर 5,500 रुपए जबकि सुरक्षित रहने पर 2,750 रुपए मिलेंगे।
टी20 मैच फीस प्रतिदिन मैच फीस से आधी मिलेगी।
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टीम इंडिया
ग्रेड ए़ + में शामिल हैं- विराट कोहली, रोहित शर्मा, शिखर धवन, भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह।
ग्रेड ए - रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, एमएस धोनी और ऋद्धिमान साहा।
ग्रेड बी - केएल राहुल, उमेश यादव, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पांड्या, इशांत शर्मा और दिनेश कार्तिक।
ग्रेड सी - केदार जाधव, मनीष पांडे, अक्षर पटेल, करुण नायर, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल और जयंत यादव।
वार्षिक अनुबंध में महिला क्रिकेटरों की ग्रेडिंग इस प्रकार है
ग्रेड ए - मिताली राज, झूलन गोस्वामी, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना।
ग्रेड बी - पूनम यादव, वेदा कृष्णामूर्ति, राजेश्वरी गायकवाड़, एकता बिष्ट, शिखा पांडे और दीप्ति शर्मा।
ग्रेड सी - मानसी जोशी, अनुजा पाटिल, मोना मेशराम, नुजहत परवीन, सुषमा वर्मा, पूनम राउत, जेमिमाह रोड्रिग्स, पूजा वस्त्रकार और तानिया भाटिया।
सीओए ने पहचाना है कि बीसीसीआई की असल कमाई वार्षिक आधार पर बदलती है क्योंकि उसकी निर्भरता टीम इंडिया (सीनियर पुरुष) के घरेलू मैचों पर होती है। इसलिए खिलाड़ियों की क्षतिपूर्ति को ध्यान में रखने के लिए सीओए ने खिलाड़ियों के राजस्व ध् मुआवजे के समानता निधि (पीआर ध् सीईएफ) के निर्माण को मंजूरी दे दी है, जिसमें बीसीसीआई अपने अधिशेष से सालाना 125 करोड़ रुपये का योगदान देगा।