नई दिल्ली । क्रिकेटर कपिल देव के नेतृत्व में भारत को पहला विश्वकप दिलवाने में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का मंगलवार सुबह निधन हो गया । वह 66 साल के थे । आज सुबह उन्हें हार्ट अटैक आया , जिसके चलते उनका निधन हो गया । उनके निधन पर उनसे साथी खिलाड़ियों के साथ ही उनके प्रशंसकों और क्रिकेट जगत के कई दिग्गजों ने अपनी श्रद्धांजलि दी है । पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि आज हमारा परिवार टूट गया है , वह यशपाल शर्मा ही थे , जिन्होंने 1983 विश्वकप जीत का एजेंडा तय किया था ।
मिली जानकारी के अनुसार , मंगलवार सुबह यशवाल शर्मा अपनी मॉर्निंग वॉक करने के बाद जब घर लौटे तो उन्हें सीने में दर्द की शिकायत की । उन्होंने अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया था । डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें हार्ट अटैक आया था , जिसके चलते उनका निधन हुआ है ।
बता दें कि यशपाल शर्मा ने वर्ष 1978 में अपना वन डे और वर्ष 1979 में अपने टेस्ट क्रिकेट का डेब्यू किया था । उनका करियर काफी छोटा ही रहा । उन्होंने जहां 1985 में अपना अंतिम वन डे खेला था तो वहीं 1983 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था । उनके निधन पर उनके साथी खिलाड़ी रहे मदनलाल ने कहा कि यह काफी दुखद खबर है । यशपाल अपने पीछे अपनी पत्नी और तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं । हालांकि उनके बच्चे विदेश में पढ़ाई करते हैं । कुछ सालों पहले वह भारतीय नेशनल टीम के सलेक्टर भी रहे हुए हैं ।
यशपाल शर्मा को 83 के विश्वकप में उनकी वेस्टइंडीज के खिलाफ 89 रनों की दमदार पारी के लिए भी याद रखा जाएगा ।
मूल रूप से पंजाब के रहने वाले यशपाल शर्मा का जन्म 11 अगस्त 1954 को हुआ था । पंजाब में स्कूल क्रिकेट खेलने के दौरान उनकी 260 रनों की एक पारी ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया था , जिसके बाद उनका राष्ट्रीय टीम में चयन हुआ था । हालांकि 83 विश्वकप के बाद उनकी परफॉर्मेंस लगातार गिरती गई और वह टेस्ट और कुछ समय बाद वनडे टीम में वापसी नहीं कर पाए।